वन विभाग 380 हेक्टेयर में लगाएगा 91 हजार पौधे

धरती पर हरियाली लाने व दिन-प्रतिदिन प्रदूषित होते जा रहे पर्यावरण के संरक्षण के उद्देश्य से वन विभाग के द्वारा बड़े पैमाने पर वन भूमि व नदी तट पर पौधरोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। धरती को हरा-भरा कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति वन विभाग तत्पर है। धरती पर हरियाली लाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा इमारती व फलदार पौधों के साथ-साथ अन्य पौधा भी लगाया जा रहा है। वन भूमि को हरा भरा कर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में वन विभाग अग्रणी भूमिका निभा रहा है। प्रदूषित होते जा रहे पर्यावरण को बचाने के लिए अब लोगों में भी पौधरोपण के प्रति लगाओ बढ़ते जा रहा है। पौधा लगाकर लोग उसे बचाने का संकल्प ले रहे हैं। विभाग के साथ-साथ लोग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 04:25 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 04:25 PM (IST)
वन विभाग 380 हेक्टेयर में लगाएगा 91 हजार पौधे
वन विभाग 380 हेक्टेयर में लगाएगा 91 हजार पौधे

जागरण संवाददाता, श्री बंशीधर नगर (गढ़वा): धरती पर हरियाली लाने व दिन-प्रतिदिन प्रदूषित होते जा रहे पर्यावरण के संरक्षण के उद्देश्य से वन विभाग की ओर से बड़े पैमाने पर वन भूमि व नदी तट पर पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। धरती को हरा-भरा कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति वन विभाग तत्पर है। धरती पर हरियाली लाने के उद्देश्य से विभाग ने इमारती व फलदार पौधों के साथ-साथ अन्य पौधा भी लगाया जा रहा है। वन भूमि को हरा भरा कर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में वन विभाग अग्रणी भूमिका निभा रहा है। पौधा लगाकर लोग उसे बचाने का संकल्प ले रहे हैं। विभाग के साथ-साथ लोग पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा इस वर्ष श्री बंशीधर नगर वन क्षेत्र के 380 हेक्टेयर भूमि के अलावे 5 किलोमीटर नदी तट पर कुल 91 हजार विभिन्न प्रजातियों का पौधा लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पौधरोपण का कार्य प्रारंभ है।

पिछले वर्ष 307 हेक्टेयर भूमि के साथ 3 किलोमीटर नदी तट पर 1.76 लाख पौधा लगाया गया था। वन क्षेत्र पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह के अनुसार पिछले वर्ष लगाए गए पौधों में लगभग 2 प्रतिशत पौधा सुख व बर्बाद हो गए हैं। जबकि जानकार बताते हैं कि 15 से 20 प्रतिशत पौधा सुख व बर्बाद हो गए हैं। पिछले वर्ष रक्शी कदवा के गोईंठा नदी किनारे 3 किलोमीटर में 9 हजार पौधा लगाया गया था। जबकि इस वर्ष 5 किलोमीटर नदी तट पर 15 हजार व वन भूमि में 76 हजार पौधा लगाया जाना है। शीशम, खैर, गम्हार, सागवान, चकुंदी, परारी, बकाइन, जामुन, कहुवा, आंवला, महोगनी, कदम, ऑस्ट्रेलियन साल आदि का पौधा पिछले वर्ष भी लगाया गया है और इस वर्ष भी लगाया जा रहा है। इस वर्ष घाघरा, कुंबा खुर्द, अलकर, शारदा, शिवरी, शक्ति, परासपानी खुर्द व भूमफोर के जंगल में पौधरोपण किया जाना है। वहीं टाटीदीरी में डांढ़ू नदी के तट पर 15 हजार पौधा लगाया जाना है। वन भूमि में पौधरोपण का कार्य तेजी से चल रहा है। पौधरोपण के बाद 4 वर्षों तक लगाए गए पौधों का देखभाल भी विभाग के द्वारा किया जाता है।

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