Bokaro: कोरोना काल में बच्चों के भविष्य संवारने वाले 500 से अधिक शिक्षक होंगे सम्मानित

पासवा की बोकारो जिला इकाई की ओर से आगामी 17 फरवरी को शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से करोना काल में बच्चों के भविष्य संवारने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sun, 23 Jan 2022 10:42 AM (IST) Updated:Sun, 23 Jan 2022 10:42 AM (IST)
Bokaro: कोरोना काल में बच्चों के भविष्य संवारने वाले 500 से अधिक शिक्षक होंगे सम्मानित
17 फरवरी को शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

जगर‌‌ण संवाददाता, बोकारो। प्राईवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन, पासवा की बोकारो जिला इकाई की ओर से आगामी 17 फरवरी को शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। बोकारो पासवा प्रभारी महासचिव श्रीमती संगीता तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक म़ें मुख्य अतिथि के रुप म़ें पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे के साथ उपाध्यक्ष लाल किशोरनाथ शाहदेव, महासचिव डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू,सुश्री निशा भगत, नीरज सहाय, बिपिन कुमार, चतरा पासवा अध्यक्ष प्रभाष कुमार स़िह, धनबाद जिला अध्यक्ष मो.जिन्ना, अनामिका सिंह की उपस्थिति में बोकारो जिले के निजी स्कूल संचालकों और पदाधिकारियों की हुई बैठक में अगले महीने शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से कोरोना काल में बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को गढ़ने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। और शिक्षकों के सम्मान में जिले में अब तक का यह सबसे भव्य कार्यक्रम होगा। 500 से अधिक शिक्षकों को राज्य के वित्त सह खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव एवं पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद सम्मानित करेंगे।जबकि सम्मान समारोह में शामिल होने के लिए देश के कई प्रदेशों के पासवा चेयरमैन आऐंगे।

बोकारो में पासवा पदाधिकारियों की हुई बैठक में 15 प्लस के लिए शुरू किये गये टीकाकरण अभियान में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया गया और यह विश्वास दिलाया गया कि यदि राज्य सरकार स्कूलों को खोलने की अनुमति प्रदान कर देती है, तो निजी स्कूलों के सहयोग से एक महीने के अंदर 15 प्लस के लिए शुरू किये गये टीकाकरण का शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।

इस मौके पर पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा कि अब पूरी दुनिया यह मानने लगी है कि कोरोना संक्रमण काल में जब बाजार, मॉल, होटल, रेस्टोरेंट और सभी कार्यालय-औद्योगिक प्रतिष्ठान खुले है, तो सिर्फ शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखना उचित नहीं है। विश्व बैंक के शिक्षा निदेशक का भी कहना है कि संक्रमण बढ़ोत्तरी से शैक्षणिक संस्थानों का कुछ लेना देना नहीं है। नई दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक डॉ0 गुलेरिया का भी मानना है कि अब शैक्षणिक संस्थानों को खोलने पर विचार होना चाहिए। महाराष्ट्र में आगामी 24 जनवरी से शैक्षणिक संस्थान खुल रहे है, आरबीआई के पूर्व गर्वनर ने रघुराम राजन ने भी कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के बंद रहने से नयी पीढ़ी पिछड़ जाएगी। राज्य के शिक्षाविदों ने भी स्कूल खोलने का सुझाव दिया है, इसलिए अब सरकार को बिना विलंब किये हुए इस पर निर्णय लेना चाहिए। पिछले 22 महीनों से स्कूल के लॉक डाउन होने की वजह से बच्चों के पठन-पाठन पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं,बच्चे मोबाइल की वजह से अपना मेमोरी भूलते जा रहे हैं।

पासवा के प्रदेश उपाध्यक्ष लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि संगठन की ओर से स्कूलों को खोलने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, वित्तमंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के अलावा स्वास्थ्य सचिव और शिक्षा सचिव से भी मुलाकात कर अपनी बात को रखा जा चुका है। जबकि सभी जिलों के उपायुक्तों के माध्यम से भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है।

पासवा के प्रदेश महासचिव डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, रोस्टर के अनुसार या 50 फीसदी उपस्थिति अथवा सोशल डिस्टेसिंग समेत अन्य उपाय कर स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।

 प्रदेश महासचिव सुश्री निशा भगत ने कहा पासवा ही एकमात्र ऐसा संगठन है जो बच्चों के पढ़ाई को लेकर चिंतित है और सरकार पर स्कूल खोलने का दबाव बनाती रही है, इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले हैं जब मुख्यमंत्री ने पासवा के अनुरोध पर शुरू में कक्षा 9 से 12 और फिर कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों का स्कूल खोलने का काम किया था लेकिन अब वह समय आ गया है जब नर्सरी से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूल खोले जाऐं।

      पासवा महासचिव नीरज सहाय ने कहा आज भी जमशेदपुर पासवा के पदाधिकारियों ने आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता से मुलाकात कर स्कूल खोलने की मांग की है, उन्होंने कहा सरकार को बिना देर किए हुए स्कूल खोलने पर निर्णय करना चाहिए अन्यथा बच्चों का भविष्य पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।

   हजारीबाग से प्रदेश पासवा उपाध्यक्ष विपिन कुमार ने कहा निजी विद्यालयों की उपयोगिता को नजरअंदाज करना ठीक नहीं होगा, निजी विद्यालय रोजगार उपलब्ध कराने का इस राज्य का सबसे बड़ा संस्थान है, जहां 47000 विद्यालयों के लाखों शिक्षक और कर्मचारी पलते हैं उनके समक्ष आज भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है,सरकार को चाहिए कि निजी विद्यालयों के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा करे।

बैठक में पासवा के नेसार अहमद, जिन्ना अंसारी, उमेश प्रसाद मेहता, ज्ञानेश्वर दयाल,मुश्ताक अहमद, गुलाम अंसारी,सुश्री मेघली सेन गुप्ता, श्वेता प्रसाद, सुचिता खोया,नीरु टोप्पो, मोहम्मद मुमताज आलम, प्रवीण प्रकाश सिंह, विपिन कुमार,मेरी खलखो, संगीता कुमारी, नीरज कुमार, दिनेश राज, ज्योति प्रकाश द्विवेदी,अनामिका सिंह, संजय सिंह,समीर अहमद, मुस्ताक अहमद, गुलाम अंसारी मुख्य रुप से उपस्थित थे।

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