धनबाद पुलिस में सीनियर-जूनियर का पेंच, पदभार लिए बिना ट्रेनिंग पर गए सिटी एसपी अजीत डुंगडुंग

Jharkhand. धनबाद पुलिस में सीनियर-जूनियर का पेंच फंस गया है। यही कारण है कि धनबाद के नए सिटी एसपी बने अजीत डुंगडुंग बिना पदभार लिए प्रशिक्षण पर रवाना हो गए हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 03 Jul 2019 11:13 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jul 2019 11:41 AM (IST)
धनबाद पुलिस में सीनियर-जूनियर का पेंच, पदभार लिए बिना ट्रेनिंग पर गए सिटी एसपी अजीत डुंगडुंग
धनबाद पुलिस में सीनियर-जूनियर का पेंच, पदभार लिए बिना ट्रेनिंग पर गए सिटी एसपी अजीत डुंगडुंग

रांची, राज्य ब्यूरो। धनबाद पुलिस में सीनियर-जूनियर का पेंच फंस गया है। यही कारण है कि रांची के एसपी यातायात से धनबाद के एसपी सिटी के पद पर स्थानांतरित अजीत पीटर डुंगडुंग बिना पदभार लिए ही डेढ़ महीने के विभागीय प्रशिक्षण पर हैदराबाद रवाना हो गए हैं। उनके पदभार ग्रहण पर भी संशय है। उम्मीद है कि उन्हें प्रशिक्षण के बाद आइपीएस का बैच मिल जाएगा। उन्हें या तो 2010 बैच मिलेगा या 2011 बैच।

वर्तमान में धनबाद के एसएसपी किशोर कौशल 2012 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। अजीत पीटर डुंगडुंग को बैच इसलिए नहीं मिला, क्योंकि उनका प्रशिक्षण पूरा नहीं हुआ था। वे आश्वस्त भी हैं कि उन्हें या तो 2010 बैच मिलेगा या 2011 का बैच। ऐसी स्थिति में वे किशोर कौशल से सीनियर हो जाएंगे। लिहाजा वे किशोर कौशल के अधीन एसपी सिटी धनबाद के पद पर योगदान के मूड में नहीं हैं।

हालांकि, इस विषय पर उन्होंने खुलकर कुछ नहीं बोला है। प्रशिक्षण से आने के बाद ही वे इसपर निर्णय लेंगे। गौरतलब है कि धनबाद के एसपी सिटी पीयूष पांडेय का जमशेदपुर में ग्रामीण एसपी के पद पर स्थानांतरण हुआ है। जबकि, धनबाद में एसपी सिटी के पद पर रांची के यातायात एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग का स्थानांतरण हुआ है।

पूर्व में भी आ चुका है ऐसा मामला

रांची में 2011 में एक साथ एसएसपी व सिटी एसपी का तबादला हुआ था। तब एसएसपी साकेत कुमार सिंह (2002 बैच) बने थे। रंजीत कुमार प्रसाद तब एसपी सिटी बने थे। उन्हें उस वक्त बैच नहीं मिला था। कुछ माह बाद ही रंजीत कुमार प्रसाद को 2001 बैच मिल गया। अब वे सीनियर हो गए। तब उन्होंने विभाग से पत्राचार किया और उनकी पोस्टिंग दूसरी जगह हुई।

एसपी यातायात के पद पर योगदान के मूड में नहीं हैं प्रियंका

प्रियंका मीणा रांची एसपी यातायात के पद पर योगदान देने के मूड में नहीं हैं। 2013 बैच की इस आइपीएस अधिकारी ने वरीय अधिकारियों से गुहार लगानी शुरू कर दी है कि उन्हें यातायात एसपी के पद से मुक्त किया जाए। इसके लिए उन्होंने स्वास्‍थ्‍य कारणों का हवाला दिया है। हालांकि, इस संबंध में प्रियंका से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका पक्ष नहीं मिल सका।

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