पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया बना माध्यम

धनबाद जिले के झरिया के डॉ. मनोज सिंह ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया को माध्यम बनाया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Fri, 28 Apr 2017 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 28 Apr 2017 10:01 AM (IST)
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया बना माध्यम
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया बना माध्यम

झरिया (धनबाद),गोविंदनाथ शर्मा। ग्लोबल वार्मिग ने आज पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है। इसकी वजह यह है कि प्रदूषण से पर्यावरण पर संकट उत्पन्न हो गया है। वर्तमान में करीब-करीब तमाम देशों में पर्यावरण को बचाने की मुहिम चलाई जा रही है। धनबाद जिले के झरिया के डॉ. मनोज सिंह ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया को माध्यम बनाया है। उन्होंने 'ग्रीन लाइफ' नामक संस्था का गठन किया है जो एसएमएस, फेसबुक और वाट्सएप के जरिए संदेश देकर लोगों को इस अभियान से जोड़ रही है।

उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को पर्यावरण संरक्षण के संदर्भ में संदेश दिया जाता है। इसके लिए फेसबुक और वाट्सएप का सहारा लिया जा रहा है। ग्रीन लाइफ से 4978 फॉलोअर्स जुड़े हैं। फेसबुक पर ग्रीन लाइफ का पेज भी है। ग्रीन लाइफ वाट्सएप ग्रुप से दो सौ से अधिक लोग जुड़े हैं।

पौधरोपण पर जोर

डॉ. मनोज ने बताया कि कोयलांचल में बढ़ते प्रदूषण से परेशान होकर वर्ष 2005 में ग्रीन लाइफ संस्था का गठन किया। इसके बाद जगह-जगह जनसंपर्क और संगोष्ठी कर पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे लगाने का संदेश देना शुरू किया। पौधरोपण के काम में भी लगे। वर्ष 2008 से मोबाइल से एसएमएस कर पर्यावरण के प्रति जागरूक करना शुरू किया। इसके लिए मोबाइल कंपनी के एसएमएस ऑफर का सहारा लिया।

लोगों में बांटते हैं पौधे

डॉ. मनोज के मुताबिक उन्हें पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा अपने पिता डॉ. एचएन सिंह से मिली। वे लोगों को पौधे देकर अब तक हजारों पौधे कोयलांचल के विभिन्न क्षेत्रों में लगा चुके हैं। उन्होंने अपने पैतृक जिला औरंगाबाद में भी यह अभियान चलाया।

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