शहीद की मूर्ति पर मेयर-एमएलए में ठनी; मेयर ने कहा- तीन माह में बदलेगी मूर्ति, राज बोले- मूर्ति से जुड़ी है आस्था Dhanbad News

शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा के मूर्ति को लेकर जिले की सियासी पारा गर्म है। धनबाद मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल और विधायक राज सिन्हा के बीच की खटास अब खुलकर सामने आ गई है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Fri, 03 Jan 2020 08:48 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jan 2020 08:48 PM (IST)
शहीद की मूर्ति पर मेयर-एमएलए में ठनी; मेयर ने कहा- तीन माह में बदलेगी मूर्ति, राज बोले- मूर्ति से जुड़ी है आस्था Dhanbad News
शहीद की मूर्ति पर मेयर-एमएलए में ठनी; मेयर ने कहा- तीन माह में बदलेगी मूर्ति, राज बोले- मूर्ति से जुड़ी है आस्था Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। जिले के जाबांज पूर्व पुलिस अधीक्षक शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा के 29वें शहादत दिवस के मौके पर उनकी मूर्ति को लेकर मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल और विधायक राज सिन्हा में विरोधाभास खुलकर सामने आ गया। एक ओर जहां मेयर अग्रवाल ने निगम की ओर से तीन माह के अंदर मूर्ति बदलने की बात कही। वहीं विधायक सिन्हा ने चौक का सुंदरीकरण करने पर सहमति दी, लेकिन मूर्ति को धनबाद के लोगों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आस्था से जुड़े होने को कारण बताते हुए इस पर आपत्ति दर्ज करा दी। 

शुक्रवार को चौक पर शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा के शहादत दिवस पर आयोजित गीतांजली कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल उपस्थित हुए। उन्होंने अपने संबोधन में शहीद रणधीर की शहादत को सलाम किया और कहा कि लोगों के दिलों में जो जगह शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा ने बनायी है उसके लिए निगम अपनी ओर उनकी नई मूर्ति स्थापित करने जा रही है। इसके लिए शहीद वर्मा की धर्मपत्नी पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रो. रीता वर्मा और शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा ट्रस्ट की मंजूरी लेकर नई मूर्ति स्थापना के लिए निविदा की जा चुकी है। तीन माह के अंदर समारोह आयोजित कर मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था अनावरण : बताते चलें कि मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल से पहले विधायक राज सिन्हा अपना संबोधन कर चुके थे, लेकिन मेयर के बाद प्रो. रीता वर्मा ने अंतिम भाषण दिया। कार्यक्रम समाप्त हो चुका था। तभी विधायक राज सिन्हा माइक पर आए और कहा कि मूर्ति नहीं बदली जाए। उन्होंने कहा कि जिस वक्त मूर्ति का निर्माण किया गया, उस समय संसाधन कम थे। हजारों लोगों ने मिलकर शहीद रणधीर की मूर्ति निर्माण करने के लिए धनबाद से लेकर पटना तक दौड़ लगाया। मूर्ति स्थापित करने के लिए कड़कड़ाती ठंड में क्रेन की व्यवस्था की गई। खून पसीना बहाकर यह मूर्ति स्थापित की गई। सबके श्रद्धेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसका अनावरण किया था। ऐसे में मूर्ति से सभी की आस्था जुड़ी हुई है। राज ने कहा कि चौक और स्टैंड का सुंदरीकरण किया जाए, लेकिन मूर्ति नहीं बदली जाए। 

बैंक मोड़ में हटा दें कबूतर की मूर्ति : अपने संबोधन में प्रो. रीता वर्मा ने कहा कि बैंक मोड़ थाना परिसर में शहीद रणधीर वर्मा की प्रतिमा के पास एक उड़ते कबूतर की मूर्ति लगी है। उसे हटा दिया जाना चाहिए। यह भारत कबूतर उड़ाने वाला नहीं है। यह भारत मशीनगन चलाता है। दुश्मनों पर पलट कर वार करता है। घुसपैठियों से बदला लेता है। घर में घुस कर वार करता है। कबूतर उड़ाने के कारण ही देश का बुरा हाल हुआ है। 26/11 को मुंबई पर हमला हुआ, लेकिन अब ऐसा नहीं है। 

chat bot
आपका साथी