फर्जी डॉक्टर से पूजा डायगनोस्टिक ओनर करा रहा था अल्ट्रा साउंड, छापामारी के बाद सील Dhanbad News

भूली के शक्ति मार्केट स्थित पूजा डायगनोस्टिक में रांची से आयी पीसीपीएनडीटी की स्टेट इंस्पेक्शन एवं मॉनीट¨रग कमेटी की टीम ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में छापेमारी की।

By Edited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 08:34 AM (IST)
फर्जी डॉक्टर से पूजा डायगनोस्टिक ओनर करा रहा था अल्ट्रा साउंड, छापामारी के बाद सील Dhanbad News
फर्जी डॉक्टर से पूजा डायगनोस्टिक ओनर करा रहा था अल्ट्रा साउंड, छापामारी के बाद सील Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। भूली के शक्ति मार्केट स्थित पूजा डायगनोस्टिक में रांची से आयी पीसीपीएनडीटी की स्टेट इंस्पेक्शन एवं मॉनीट¨रग कमेटी की टीम ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में छापेमारी की। रजिस्टर्ड की जगह फर्जी डॉक्टर अल्ट्रासाउंड करता हुआ पाया गया। एक्ट के उल्लंघन के जुर्म में अल्ट्रासाउंड मशीन को तत्काल सील कर दिया गया। वहीं संचालक प्रवीर सिकदर पर केस दर्ज किया गया।

रांची से टीम में पीसीपीएनडीटी की स्टेट नोडल पदाधिकारी डॉ. सुदक्षिणा लाला, स्टेट कंसलटेंट रफत फरजाना, धनबाद से मजिस्ट्रेट कुमार बंधू कच्छप, सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास, तरूण सिन्हा, आरके श्रीवास्तव, सीमा कुमारी आदि थे। कार्रवाई को लेकर लगभग सात घंटे तक टीम के सदस्य यहां रहे। सेंटर के प्रति कई लोगों ने शिकायत की थी। इसी के आलोक में टीम यहां पहुंची। 11.30 बजे पहुंची टीम, एक मरीज को हो चुका था अल्ट्रासाउंड टीम के सदस्य सबसे पहले पूजा डाइग्नेस्टिक पहुंचे। यहां पर एक मरीज का अल्ट्रासाउंड कर्मी ने ही कर दिया था। टीम के सदस्य जब अल्ट्रासोनोलॉजिस्ट की खोज की तो संचालक प्रवीर सिकदर ने डॉ बीरेंद्र चौधरी के नाम से मशीन स्वास्थ्य विभाग में रजिस्टर्ड है।

संचालक ने बताया कि डॉ चौधरी कुछ देर में आ रहे हैं। टीम ने जब डॉक्टर से नंबर मांग कर फोन किया तो, डॉ चौधरी ने बताया कि वह धनबाद में तो हैं नहीं, वह अभी गया में हैं। टीम के कई सवालों का सही जवाब संचालक ने नहीं दिया। शाम साढ़े छह बजे टीम रवाना हुई। हर दिन होता था 15-20 अल्ट्रासाउंड, डॉक्टर की फर्जी हस्ताक्षर टीम के पदाधिकारियों ने पाया कि सेंटर में हर दिन लगभग 15-20 अल्ट्रासाउंड जांच होती थी। फार्म एफ सहित कई कागजात पर डॉक्टर (अल्ट्रासोनोलॉजिस्ट) का फर्जी साइन भी पाया गया। कर्मी मशीन से जांच करके इसे डॉक्टर के फर्जी हस्ताक्षर के रिपोर्ट सौंप देने की बात भी सामने आयी। आम लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं हो पाती थी। इसी जांच के आधार पर कई लोगों को ऑपरेशन, सिजेरियन प्रसव होता था।

टीम के सदस्यों ने बताया कि भ्रूण जांच की भी आशंका है। ल पटॉप, रजिस्टर, फार्म एफ सहित कई सामग्रियां जब्त कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेट ने लैपटॉप, रजिस्टर, फार्म एफ सहित कई कागजात व सामग्रियों को जब्त किया गया। शाम में टीम के सदस्य डीसी से जाकर मिले। इसके बाद केस के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।

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