गुड फ्राइडे आज: पहली बार संत अंथोनी चर्च में फादर ने पांच महिला शिष्यों के धोए पैर

धनबाद स्थित संत अंथोनी चर्च में पहला मौका था जब प्रभु यीशु के 12 शिष्यों के रूप में महिलाओं को शामिल कर फादर ने उनके पैर धोए। दृश्‍य था प्रभु यीशु के शूली पर चढ़ने से पहले का।

By Edited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 08:17 AM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 08:34 AM (IST)
गुड फ्राइडे आज: पहली बार संत अंथोनी चर्च में फादर ने पांच महिला शिष्यों के धोए पैर
गुड फ्राइडे आज: पहली बार संत अंथोनी चर्च में फादर ने पांच महिला शिष्यों के धोए पैर
जागरण संवाददाता, धनबाद: जिले में ईसाई समुदाय के लोग शुक्रवार को धूमधाम से गुड फ्राइडे मना रहे हैं। त्‍योहार पर धनबाद स्थित संत अंथोनी चर्च में यह पहला मौका था, जब प्रभु यीशु के 12 शिष्यों के रूप में महिलाओं को शामिल किया गया और फादर ने उनके पैर धोए। प्रभु यीशु के शूली पर चढ़ने से पहले की घटनाओं दर्शाने के लिए गुड फ्राइडे से एक दिन पूर्व चर्च में आयोजन कर हजारों साल पहले घटित घटना को याद किया जाता है। इसे इसाई समुदाय के लोगों ने अंतिम भोज के रूप में मनाया। वहीं शुक्रवार को समुदाय के लोग उपवास रखेंगे। रात में आग जलाकर आशीष लिया जाएगा।
फादर ज्ञान प्रकाश टोपनो ने शिष्यों का पैर धोया और प्रभु यीशु की वाणी को दोहराते हुए कहा कि 'जिस प्रकार गुरु होकर मैंने पैर धोया है, तुम भी एक दूसरे के पैर धोना।' इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में इसाई समुदाय के लोग चर्च में एकत्रित हुए थे। इनमें केएम वाल्लर, अन्ना आइलिन कुजूर, मकसिमा टोप्पो, बलबसम मोसेस व क्विटॉल के अलावा जॉन रिचर्ड, आइवन वॉकर, रसिका हेम्ब्रम, अभिषेक मराडी, सियुस कुजूर, पॉलूस पाटिल, तथा गाबिएल समद शामिल थे। अपने उपदेश में फादर टोपनो ने कहा कि लगभग दो हजार वर्ष पूर्व येरूशलम में जीवन-यापन बहुत कठिन था। रेगिस्तान की यात्रा करने के बाद लोग थक जाते थे। घर पहुंचने पर दास उनके पैर धोते थे। आज परमेश्वर से मिलने की यात्रा में इसाई अपना जीवन व्यतीत करते है। हम थक जाते हैं, मन भटकता है। इस भटकाव को दूर करने के लिए प्रभु यीशु ने यूखरिस्त बनाया। यह भी शिक्षा दी कि एक दूसरे को पूरे मन से आदर सम्मान करना चाहिए और पैर धोना उसी शालीनता का प्रतीक है। पैर धोने का पवित्र यूखरिस्त संस्कार जो हमें बताता है कि कोई छोटा बड़ा नहीं होता।
2013 में पहली बार पोप ने दो मुस्लिम महिलाओं के धोए थे पैर: वेटिकन सिटी के 266वें पोप फ्रांसिस ने पहली बार 13 मार्च 2013 को दो मुस्लिम महिलाओं के पैर धोए थे। इसके बाद से एक आदेश पूरी दुनिया में जारी किया गया और महिलाओं का पैर धोने की परंपरा शुरू किया गया। आज मनेगा गुड फ्राइडे : शुक्रवार को इसाई समुदाय गुड फ्राइडे मनाएगा।
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