Jharkhand : लुतिपहाड़ी क्वारंटाइन सेंटर में खाने-नहाने तक की व्यवस्था नहीं, 17 दिन बाद भी नहीं आई रिपोर्ट Dhanbad News

बाघमारा प्रखंड के लुतिपहाड़ी पंचायत के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों ने प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी से गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि यहां खाने और नहाने तक की व्यवस्था नहीं है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sun, 07 Jun 2020 04:14 PM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 04:14 PM (IST)
Jharkhand : लुतिपहाड़ी क्वारंटाइन सेंटर में खाने-नहाने तक की व्यवस्था नहीं, 17 दिन बाद भी नहीं आई रिपोर्ट Dhanbad News
Jharkhand : लुतिपहाड़ी क्वारंटाइन सेंटर में खाने-नहाने तक की व्यवस्था नहीं, 17 दिन बाद भी नहीं आई रिपोर्ट Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। सर, 22 मई को हम लोगों का स्वाब संग्रह लिया गया था। सेंटर में एक दर्जन लोग हैं। 17 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। ऊपर से सेंटर में ना खाने की सुविधा है, ना नहाने की। यहां भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। यही स्थिति रही, तो मजबूरन घर जाना पड़ेगा। रविवार को यह गुहार बाघमारा प्रखंड के लुतिपहाड़ी पंचायत के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों (कामगारों) ने प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनीष कुमार से लगाई।

चिकित्सा पदाधिकारी ने इसकी सूचना सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास को दी है। इसपर सिविल सर्जन ने कहा है कि मामले की जानकारी पीएमसीएच प्रबंधन को दी जा रही हैं। अभी तक रिपोर्ट क्यों नहीं आई है। इसके बारे में भी पूछताछ की जा रही है। बता दें कि लुतिपहाड़ी पंचायत के एक दर्जन युवक मुंबई और दिल्ली से 21 मई को अपने घर लौटे थे। 22 मई को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद इन सभी को पंचायत में क्वारंटाइन में रखा गया है।

नाम का क्वारंटाइन सेंटर : लोगों ने शिकायत की है कि यहां नाम का क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। खाने की कोई अलग से व्यवस्था नहीं है। लिहाजा कई लोगों को घर से खाना मंगवाना पड़ रहा है। वहीं नहाने और पानी की भी अच्छी व्यवस्था नहीं है। इस वजह से कई दिनों तक लोग नहा भी नहीं रहे हैं। यहां रह रहे लोगों के लिए यह किसी कैदखाना से कम नहीं है। हर दिन अपनी रिपोर्ट के बारे में कामगार पूछ रहे हैं। कामगारों का कहना है कि कई दूसरे ऐसे भी लोग हैं जिनकी रिपोर्ट आ गई है।

मामले की शिकायत मिली है। अभी तक रिपोर्ट क्यों नहीं आई है, इस बारे में पीएमसीएच प्रबंधन से बात की जा रही है। जल्द रिपोर्ट दी जाएगी।  -डॉ गोपाल दास, सिविल सर्जन, धनबाद

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