सीएम से मिलने के लिए हल्ला करते रहे शिक्षक, बाहर निकलने पर रोका

धनबाद सीएम हेमंत सोरेन से परिसदन में मिलने के लिए संयुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों का दल भी पहुंचा था। उन्हें परिसदन के नए हॉल के बाहर ही रोक दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 03:05 AM (IST) Updated:Wed, 05 Feb 2020 06:15 AM (IST)
सीएम से मिलने के लिए हल्ला करते रहे शिक्षक, बाहर निकलने पर रोका
सीएम से मिलने के लिए हल्ला करते रहे शिक्षक, बाहर निकलने पर रोका

धनबाद : सीएम हेमंत सोरेन से परिसदन में मिलने के लिए संयुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों का दल भी पहुंचा था। उन्हें परिसदन के नए हॉल के बाहर ही रोक दिया गया। भरोसा था कि सीएम मिलेंगे। जब घंटे भर बीतने लगे तो शिक्षक बाहर उनसे मिलने के लिए हल्ला करने लगे। सीएम जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। सुरक्षाकर्मी उन्हें शांत कराते रहे। ग्रामीण एसपी अमित रेणु भी शोर सुनकर बाहर आए। जब सीएम जाने लगे तो सभी शिक्षकों ने उन्हें जबरन रोक लिया। सीएम ने उनकी बात सुनी। मांग पत्र भी लिया। धनबाद टीजीटी सब्सडियरी ग्रुप क ा कहना है कि जिला स्थापना समिति धनबाद कार्यालय द्वारा 29 जुलाई को 17 अनुशंसित अभ्यर्थियों का माध्यमिक शिक्षा निदेशालय रांची से मार्गदर्शन मांगा गया है। छह महीने बाद भी कोई मार्गदर्शन नहीं दिया गया। इससे नियुक्ति प्रक्रिया बाधित है। राज्य के अन्य जिलों में नियुक्ति का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें वेतन भी मिलने लगा है। संयुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों का कहना था कि जेएसएससी के विज्ञाप्ति एवं अर्हता के विरुद्ध उन्हें रोका गया है, जिसके कारण उनके साथ साथ अभिभावक भी मानसिक तनाव में गुजर रहे हैं। मिलने वालों में सुनीता कुमारी, मंजू देवी, पारितोष कुमार महतो, चेतावनी साधु, साकिब राजा, प्रशांत रजक आदि शामिल थे। इसी बीच चैंबर के लोगों ने कार में बैठे बैठे उन्हें बुके व मेमोरेंडम दिया। 7:10 बजे सीएम का काफिला गोल्फ ग्राउंड के लिए निकल गया।

बीसीसीएल-एमपीएल की सीएम राहत कोष फंड भी नहीं ली : सीएम से बीसीसीएल व एमपीएल प्रतिनिधि भी मिलने के लिए पहुंचे थे। बीसीसीएल ने 50 लाख, तो एमपीएल ने ढाई लाख रुपये सीएम राहत कोष में देने के लिए चेक पकड़ रखा था। काफी देर होने पर उन्हें भी अंदाजा लग गया कि सीएम नहीं मिलेंगे। अंतत: प्रतिनिधि भी निराश हो गए। इस दौरान बीसीसीएल के जीएम (सीआरएस) आहूति स्वाई, सहायक मैनेजर अभिजीत मित्रा, क्रिसलय कांत, एमपीएल के एचओडी (सीएसआर) मृत्युंजय राय आदि शामिल थे।

गृह जिला स्थानांतरण की मांग : सीएम से मिलने कई शिक्षक पहुंचे थे। उनकी मांग थी कि 2015-16 में प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति में लगभग आठ हजार शिक्षक त्रुटिपूर्ण नियुक्ति प्रक्रिया के कारण अपने गृह जिला से दूर अन्य जिलों में नियुक्त हो गए हैं। जबकि प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति गृह जिले के गृह प्रखंड में होने का प्रावधान है। पिछले पांच वर्षो से वे अपनी मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं। शिक्षकों के एक दल ने इस संबंध में भी सीएम को मांग पत्र कार में बैठने के दौरान दिया।

सीएम के साथ की फोटो खोजने में परेशान : सीएम के परिसदन से जाने के बाद जो भी नेता अंदर से निकले। वे एक किनारे होकर सीएम के साथ अपनी फोटो देखने के लिए परेशान हो गए। अपने कार्यकर्ताओं से पूछने लगे कि फोटो किसने खींची है। उसे बुलाओ वह खींच रहा था। कांग्रेस नेता जलेश्वर महतो भी कुछ इसी अंदाज में देखे गए।

बरवाअड्डा हवाईपट्टंी में गार्ड ऑफ ऑनर : सीएम बरवाअड्डा हवाईपट्टंी पर करीब पांच बजे पहुंचे। यहां जिला प्रशासन ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद सीएम परिसदन आए। यहां डीसी एसएसपी से औपचारिक बैठक भी की।

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