BCCL: परियोजना विस्थापितों को तराशने में जुटे कोयला अधिकारी

बीसीसीएल में वर्ष 2017 में परियोजना विस्थापितों में 19 (उन्नीस) एससी-एसटी माइनिंग सरदार ट्रैनी का चयन किया गया । जिनकी ट्रैनिंग पुटकी बलिहारी वीटीसी सेंट्रर में दी जा रही थी। यहां से आठ लड़कों में पांच ने माइनिंग सरदार डीजीएमएस से पास किया।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 12:48 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 12:48 PM (IST)
BCCL:  परियोजना विस्थापितों को तराशने में जुटे कोयला अधिकारी
बीसीसीएल में वर्ष 2017 में परियोजना विस्थापितों में एससी-एसटी माइनिंग सरदार ट्रैनी का चयन किया गया । (जागरण)

धनबाद, जेएनएन : बीसीसीएल में वर्ष 2017 में परियोजना विस्थापितों में 19 (उन्नीस) एससी-एसटी माइनिंग सरदार ट्रैनी का चयन किया गया । जिनकी ट्रैनिंग पुटकी बलिहारी वीटीसी सेंट्रर में दी जा रही थी। यहां से आठ लड़कों में पांच ने माइनिंग सरदार डीजीएमएस से पास किया।

वीटीसी के वरीय प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि माइनिंग सरदार को 04 वर्षो का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें तीन साल भूमिगत खदान में एवं एक साल क्लास रूम ट्रेनिंग की व्यवस्था होती है। कहा कि डीजीएमएस द्वारा संचालित माइनिंग सरदार परीक्षा में उक्त एससी - एसटी माइनिंग सरदार ट्रैनी में नीलांजन कश्यप, सुब्रतो मंडल, विकास कुमार , दिगंबर बाउरी . सुजीत मंडल पास हुए।

उन्होंने कहा कि वीटीसी सेंटर में बेहतर ट्रैनिंग के साथ साथ पढ़ाई होती है, ताकि युवकों को किसी तरह की परेशानी ने हो। सिंह लगातार विस्थापित युवकों को प्रशिक्षण देने में लगे है। ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी रोजगार को लेकर न हो। साथ ही विस्थापितों में यह विश्वास भी जागे की कोयला कंपनियां कोयला खनन क्षेत्र में सामाजिक दायित्व के तहत भी कई तरह की काम कर रही है। विस्थापित में जबतक विश्वास नहीं होगा काम करने में आसानी नहीं होगी। विस्थापित युवकों में काफी टाइलेंट है, उन्हें जरूरत है केवल बेहतर प्रशिक्षण देने की। बीसीसीएल के हर एरिया में कौशल विकास के तहत महिलाओं को भी प्रशिक्षत किया जा रहा है।

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