मलेरिया पर नियंत्रण के लिए धनबाद पहुंची 82 हजार मेडिकेटेड मच्छरदानी, वितरण के लिए बनेगी कमेटी

मलेरिया पर नियंत्रण के लिए धनबाद को 82 हजार मेडिकेटेड मच्छरदानी मिले हैं। अब मच्छरदानी वितरण के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। मच्छरदानी के वितरण के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जा रही है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 05:11 PM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 05:11 PM (IST)
मलेरिया पर नियंत्रण के लिए धनबाद पहुंची 82 हजार मेडिकेटेड मच्छरदानी, वितरण के लिए बनेगी कमेटी
चिन्हित लाभुकों के बीच यह मच्छरदानी बांटी जाएगी।

जागरण संवाददाता, धनबाद: मलेरिया पर नियंत्रण के लिए धनबाद को 82 हजार मेडिकेटेड मच्छरदानी मिले हैं। अब मच्छरदानी वितरण के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। मच्छरदानी के वितरण के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जा रही है। इसी कमेटी के निर्देश पर चिन्हित लाभुकों के बीच यह मच्छरदानी बांटी जाएगी।

इसके लिए स्वास्थ विभाग में भी प्रखंड स्तरीय तैयारी शुरू की है। फिलहाल यह मच्छरदानी बलियापुर, गोविंदपुर, टुंडी, तोपचांची और बाघमारा प्रखंड के लिए ही मिले हैं। संबंधित प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारी भी वितरण कमेटी में शामिल रहेंगे।

टुंडी और तोपचांची अति संवेदनशील इलाका: जिला मलेरिया सलाहकार रमेश कुमार ने बताया कि टुंडी और तोपचांची को मलेरिया जोन घोषित किया गया है। इसे अति संवेदनशील इलाका में रखा गया है। दरअसल, जंगली और पर्वतीय क्षेत्र होने की वजह से इन इलाकों में मलेरिया जनित मच्छर काफी संख्या में पाए जाते हैं। ऐसे इन इलाकों में घर-घर जाकर सैंपल एकत्र करना और लोगों की जांच करना जल्द शुरू किया जाएगा। जिले के लगभग 50 प्रतिशत मामले इसी इलाके से आते हैं।

मच्छरदानी के लिए पिछली बार हुआ था हंगामा: पिछली बार मेडिकेटेड मच्छरदानी के लिए काफी हंगामा हुआ था। कई विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में मच्छरदानी वितरण करने का दबाव जिला प्रशासन पर बनाते रहे। इससे कई दिनों तक वितरण बंद करना पड़ा था। इस बार डीसी की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी ही वितरण की मॉनी‍टरिंग करेगी।

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