संस्कृत व संस्कृति रक्षा का लें संकल्प : मंत्री

देवघर : लक्ष्मी देवी सर्राफ संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित संस्कृत सप्ताह के समापन समारोह को सं

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Sep 2017 08:08 PM (IST) Updated:Sat, 02 Sep 2017 08:08 PM (IST)
संस्कृत व संस्कृति रक्षा का लें संकल्प : मंत्री
संस्कृत व संस्कृति रक्षा का लें संकल्प : मंत्री

देवघर : लक्ष्मी देवी सर्राफ संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित संस्कृत सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित करते श्रम मंत्री राज पलिवार ने कहा कि भारत की समृद्ध भाषा संस्कृत है। जो आज मुट्ठी भर लोगों के हाथ में सीमित होकर रह गया है। भाषा को लेकर विश्व पटल पर कई बार चर्चाएं होती रहती है। इसमें व्याकरण का ज्ञान कूट कूटकर भरा हुआ है। मगर उसको देखने वाला, सरंक्षण देने वाला कोई नहीं है। लेकिन सभी लोग एक साथ एकमंच पर आकर संस्कृत एवं संस्कृति की रक्षा के लिए कार्य करने का संकल्प लें। राज्य सरकार के स्तर से इसके विकास को लेकर जो होगा वह पूरा करेंगे।

स्वागत भाषण में प्रभारी प्राचार्य केशव राय ने कहा कि संविधान के आठवीं अनुसूची में संस्कृत के शामिल रहने के बावजूद सरकार द्वारा इसकी उपेक्षा की जा रही है। बताया कि राज्य के पांच संस्कृत महाविद्यालयों सहित यहां के एकमात्र राजकीय संस्कृत विद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी है। सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होने श्रम मंत्री को महाविद्यालय की जर्जर हालत का हवाला देते हुए इसके जीर्णोद्धार की बात कही। कहा कि संस्कृत के प्रति सरकार की उदासीनता को लेकर वे आवाज उठाएं और संस्कृत के विकास के लिए सार्थक पहल करें। मौके पर भाषण प्रतियोगिता में विजयी 24 छात्रों को मंत्री के हाथों पुरस्कृत किया गया।

पुरस्कार पाने वालों में सुरेश कुमार पांडेय, दिवाकर कश्यप, विवेकानंद पांडेय, विकास पांडेय, रमेश कुमार ललन, कामेश अवस्थी, गणेश पांडेय, नीलांबर पांडेय, प्रशांत नरौने, राहुल कुमार, गुडडू पाण्डेय शामिल हैं। मंच का संचालन गंगाधर झा ने किया। विष्णुकांत झा, राकेश पांडेय, गौतम राजहंस, प्रसून कुमार बागची, अमरकांत झा, दीपक ओझा आदि उपस्थित रहे।

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