विधायक के खिलाफ नवंबर में ही दर्ज हुआ था सनहा

संवाद सहयोगी सारठ सारठ विधायक रणधीर सिंह का साइबर अपराधियों के समर्थन में बोलने का वीडियो वाय

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 01:07 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 01:07 AM (IST)
विधायक के खिलाफ नवंबर में ही दर्ज हुआ था सनहा
विधायक के खिलाफ नवंबर में ही दर्ज हुआ था सनहा

संवाद सहयोगी, सारठ : सारठ विधायक रणधीर सिंह का साइबर अपराधियों के समर्थन में बोलने का वीडियो वायरल होने का मामला तूल पकड़ चुका है। हालाकि सारठ थाने में विधायक के खिलाफ पिछले वर्ष 26 नवंबर को ही इस मामले में सनहा दर्ज किया गया था।

प्रशिक्षु आइपीएस सह सारठ थाना प्रभारी कपिल चौधरी के अनुसार करमा गाव में सार्वजनिक मंच पर विधायक ने साइबर अपराधियों का खुलेआम समर्थन किया था। इसी आलोक में सारठ थाने में एक सनहा दर्ज किया गया था। वीडियो वायरल होने के मामले की जाच भी शुरू हो गई है। ये वीडियो करमा गाव में दीपावली के मौके पर सास्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के दौरान का है। मामले की जाच के क्रम में डिंडाकोली पंचायत के मुखिया के पति से एसडीपीओ अमोद नारायण सिंह ने मंगलवार को पूछताछ की। उसने पुष्टि की कि वीडियो उसी सास्कृतिक कार्यक्रम से जुड़ा है। पुलिस गाव के चौकीदार व अन्य लोगों से भी पूछताछ कर रही है। दरअसल सोमवार को डीआइजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने वीडियो की जाच कर कार्रवाई की बात कही थी।

उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री मंगलवार को सारठ पहुंचे। सारठ थाना भी गए। एसडीपीओ से साइबर अपराधियों के बारे में जानकारी ली। यह जानने का प्रयास किया कि ये इलाका किस तरह और कितना साइबर अपराध से प्रभावित है। इन मामलों में इस इलाके से कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई है। कितने लोगों को बेल मिली है। कितने जेल में हैं। कहीं उन लोगों को आसानी से बेल तो नहीं मिल रही है। जो जमानत पर बहर आते हैं उन पर नजर रखने को कहा। साइबर अपराधियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की भी जानकारी ली। साथ ही सारठ थाना में चहारदीवारी निर्माण का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।

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साइबर अपराधियों का गढ़ बन चुका है सारठ

सारठ धीरे-धीरे साइबर अपराधियों का गढ़ बन रहा है। कई गाव के युवा साइबर अपराधी गिरोह के सदस्य बन चुके हैं। तीन माह में पुलिस ने करीब 90 साइबर आरोपितों को इस इलाके से पकड़ा है। इनकी मदद करने के आरोप में सीएसपी संचालकों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नकदी के अलावा अपराधियों के पास से कार व दो चक्का वाहन, मोबाइल, लैपटॉप, सिम कार्ड, एटीएम, पासबुक, चेकबुक आदि मिली हैं। बिराजपुर, काकी, परसनी, झगराही, फुलचुंआ, कुरुमटाड, जमुआसोल, कपसा, ड्क्षपडारी, सुखजोरा, सधरिया, लकड़ाखोंदा, बरमसिया, कालीजोत, डुमरिया, गोबरसाला, बरदही आदि गावों से साइबर अपराधी पकड़े गए हैं। इस दौरान दो बार पुलिस को कर्रावाई के दौरान लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा था। एक बार दिल्ली पुलिस ने झगराही गाव में आरोपित को पकडने के लिए छापेमारी की थी तो उस पर पथराव किया गया था। देवघर पुलिस ने साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए नया खरना गाव में छापेमारी की तो वहा भी विरोध झेलना पड़ा था। इस इलाके में कुछ माह के दौरान राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, ओडिशा, पं. बंगाल, झारखंड, मुंबई, अंडमान की पुलिस आ चुकी है। --------------------------

इलाके में सक्रिय साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस अभियान चला रही है। कई को गिरफ्तार किया गया है। कुछ जेल में हैं तो कुछ बेल पर बाहर आए है। उनपर नजर रखी जा रही है। साथ ही कुछ घर छोड़कर फरार हैं और उनकी तलाश की जा ही है।

अमोद नारायण सिंह, एसडीपीओ

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