प्याज-आलू रुला रहा, थाली से हरी सब्जी गायब

संवाद सहयोगी मधुपुर (देवघर) सात महीना से कोरोना काल में लोग बिना रोजगार के घर में बै

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 10:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 10:00 AM (IST)
प्याज-आलू रुला रहा, थाली से हरी सब्जी गायब
प्याज-आलू रुला रहा, थाली से हरी सब्जी गायब

संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर) : सात महीना से कोरोना काल में लोग बिना रोजगार के घर में बैठे दिन गुजार रहे हैं तो दूसरी ओर साक-सब्जियों की बढ़ी हुई कीमत ने अलग से परेशानी खड़ी कर रखी है।

मार्च महीना से कोरोना काल में पहले लॉकडाउन, ऑनलॉक फिर वर्षा में बेरोजगारी से घर-घर लोग परेशान हैं। अब भी बेरोजगारी की समस्या दूर नहीं हुई है। ऊपर से हरी सब्जियों के दाम आसमान छूने से मध्यवर्ग की थाली से भी यह गायब होने लगी है। जुलाई व अगस्त में आलू 15 से 18 रुपया किलो मिल रहा था। अब 30 से बढ़कर 32 व प्याज की कीमत भी चढ़कर 40 रुपया किलो हो गया है। 40 से नीचे कोई हरी सब्जी नहीं

बाजार-हाट में कोई भी हरी सब्जी 40 से 50 रुपया किलो से कम में नहीं मिल रही। इस वजह से गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों की थाली से हरी सब्जी गायब हो चुकी है। बाजार में परवल 60 रुपया, टमाटर 70-80 रुपया, आदी 200, लहसुन 140, मिर्चा 130, मूली 60, पत्ता गोभी 60, फूल गोभी 50 रुपए, खीरा 40, गाजर 130, करेला 80 रुपया, भिडी 40, बैगन 40-60, कद्दु, नेनुआ, झींगा आदि सब्जियों के दाम 30 से 40 रुपया किलो हैं। लोगों को ऊंचे दाम पर सब्जी खरीदना मुश्किल हो गया है। जिला परिषद सदस्य बलवीर प्रसाद राय ने कहा कोरोना में लोग बेरोजगार हो गए हैं। इस परिस्थिति में क्षेत्र में रोजगार नहीं मिलने तथा बाजार हाट में साग सब्जियों का दाम आसमान छूने से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है।

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