फर्जी प्रमाण पत्र वितरण का अड्डा बना राउवि रोल

चतरा : सिमरिया प्रखंड के रोल गांव स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय फर्जी प्रमाण पत्र वितरण का अ

By Edited By: Publish:Sun, 17 May 2015 10:52 PM (IST) Updated:Sun, 17 May 2015 10:52 PM (IST)
फर्जी प्रमाण पत्र वितरण का अड्डा बना राउवि रोल

चतरा : सिमरिया प्रखंड के रोल गांव स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय फर्जी प्रमाण पत्र वितरण का अड्डा बन गया है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक नारायण बैठा द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्रों से इसका खुलासा हुआ है। इस संबंध में प्रखंड के हुरनाली गांव निवासी मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री झारखंड के अलावा शिक्षा अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर दोषी प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। सौंपे गए ज्ञापन में उन्होंने निर्गत किए गए आधा दर्जन फर्जी प्रमाण पत्रों की छाया प्रति संलग्न किया है। प्रस्तुत छाया प्रति के अनुसार टंडवा प्रखंड के तेसरचेपा गांव निवासी संतोषी ठाकुर के पुत्र प्रकाश ठाकुर को दिए गए प्रमाण पत्र में प्रकाश की जन्म तिथि दस अक्टूबर 1983 है। और नामांकन की तिथि 17 जनवरी 1989 है। जबकि इन्हें 31 दिसंबर 1987 को पंचम वर्ग उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र दिया गया है। प्रमाण पत्र निर्गत करने की तिथि बीस अप्रैल 2010 है। इसी प्रकार गांव के ही महेंद्र सिंह की पुत्री रीना कुमारी जिसका पंचम कक्षा उत्तीर्ण परित्याग प्रमाण पत्र 24 अप्रैल 2010 को जारी किया गया, जबकि छात्रा का नामांकन 15 अप्रैल 2010 को ही किया गया। अर्थात परित्याग प्रमाण पत्र मिलने से दस दिन पूर्व नामांकन किया गया। तीसरा मामला है सुखदेव मिस्त्री का। जिन्हें विद्यालय परित्याग की तिथि 31 दिसंबर 1983 है। और स्थानांतरण प्रमाण पत्र 22 जनवरी 2011 को निर्गत किया गया। इसी प्रकार बदबिगहा के उपकार कुमार सिंह को दो बार विद्यालय प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। सप्तम वर्ग उत्तीर्ण के प्रमाण पत्र में जन्म तिथि तीन दिसंबर 2000 है। जबकि पुन: निर्गत प्रमाण पत्र में जन्म तिथि तीन दिसंबर 2012 अंकित है। इसी प्रकार रामपदारथ सिंह के पुत्र कुमुद रंजन को पंद्रह जून को सप्तम उत्तीर्ण का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। जबकि यह विद्यालय उस समय प्राथमिक विद्यालय था। 2005 में इसे मध्य विद्यालय में उत्क्रमितत किया गया। उन्होंने प्रधानाध्यापक पर जालसाजी का मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

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