महिलाओं ने जिला स्वास्थ्य भवन के गेट में जड़ा ताला

सदर अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था के खिलाफ ग्रामीण महिलाओं ने गुरुवार को जिला स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शन करते हुए मुख्य गेट में ताला जड़ दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Jun 2019 08:45 PM (IST) Updated:Fri, 07 Jun 2019 06:51 AM (IST)
महिलाओं ने जिला स्वास्थ्य भवन के गेट में जड़ा ताला
महिलाओं ने जिला स्वास्थ्य भवन के गेट में जड़ा ताला

जागरण संवाददाता, बोकारो: सदर अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था के खिलाफ ग्रामीण महिलाओं ने गुरुवार को जिला स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शन करते हुए मुख्य गेट में ताला जड़ दिया। महिलाएं हाथ में झाड़ू लेकर जिला स्वास्थ्य भवन पहुंची थीं। सूचना मिलने पर सिटी थाना की पुलिस पहुंची और आक्रोशित महिलाओं को वहां से हटाया।

इस संबंध में चास प्रखंड के अदामडीह निवासी राजीव कर्मकार ने सिटी थाने में सिविल सर्जन सहित सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक के खिलाफ शिकायत की है। कर्मकार ने कहा कि उन्होंने अपनी गर्भवती पत्नी को प्रसव के लिए सदर अस्पताल में 3 जून को भर्ती कराया। 4 जून को पत्नी का अल्ट्रासाउंड हुआ तो पता चला कि बच्चा पेट में मर चुका है। महिला चिकित्सक ने बच्चा को निकालने का आश्वासन दिया गया, लेकिन जब इसमें देर की जाने लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत सिविल सर्जन से की। लेकिन सिविल सर्जन ने कोई कार्रवाई करने की बजाय उसे डांट-फटकार कर भगा दिया। जब उसे किसी प्रकार की इलाज की सुविधा नहीं मिली तो पत्नी को बोकारो जेनरल अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने बच्चे को निकाला।

इधर, सिविल सर्जन डॉ. अंबिका प्रसाद मंडल ने ने सारे आरोपों को निराधार करार दिया। कहा कि महिला के इलाज में किसी भी प्रकार की अनदेखी नहीं की गई। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद अल्ट्रासाउंड जांच के बाद पता चला कि बच्चा मर चुका है। बच्चे को जबतक सदर अस्पताल में निकाला जाता, तबतक परिजन उस महिला को लेकर बोकारो जेनरल अस्पताल चले गए।

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