संथालियों ने लिया धर्म, संस्कृति व भाषा के संरक्षण का संकल्प

बेरमो पेज की लीड के लिए प्रस्तावित ------------------------ - लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ म

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 09:47 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 09:47 PM (IST)
संथालियों ने लिया धर्म, संस्कृति व भाषा के संरक्षण का संकल्प
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------------------------ - लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ में 19वां सरना धर्म महासम्मेलन सांस्कृतिक कार्यक्रमों व धर्मगुरुओं के उपदेशों के साथ संपन्न संवाद सहयोगी, ललपनिया (बेरमो) : ललपनिया स्थित संथालियों के धर्मस्थल लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सरना धर्म महासम्मेलन सह राजकीय महोत्सव मंगलवार की देर रात सांस्कृतिक कार्यक्रमों व धर्मगुरुओं के उपदेशों के साथ संपन्न हो गया। सम्मेलन के दौरान उपस्थित संथालियों ने धर्म, संस्कृति व भाषा के संरक्षण का संकल्प लिया। समापन के बाद श्रद्धालुओं के वापस लौटने का सिलसिला बुधवार को सुबह शुरू हुआ। जो शाम तक चलता रहा। सम्मेलन में कई संथाली कलाकारों ने लोकगीत व नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया, तो धर्मगुरुओं ने संथालियों के सामाजिक हालात व उत्थान के संदर्भ में चर्चा की। धर्मगुरुओं ने कहा कि प्रकृति के बिना संथाली संस्कृति और संस्कृति के बिना संथालियों के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। धर्मगुरुओं ने कहा कि लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ संथालियों का सबसे बड़ा धर्मस्थल है। संथालियों की जड़ें यहीं से विकसित हुईं। इसलिए हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन देश-विदेश से लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं और लुगू बाबा की आराधना करते हैं। धर्मगुरुओं ने कहा कि अपनी भाषा, सभ्यता व संस्कृति को बचाने व संथालियों के समग्र विकास के लिए सरना धर्म कोड लागू कराना जरूरी है। इसके लिए तमाम संथालियों को एकजुटता का परिचय देने की जरूरत है। धर्मगुरुओं ने अपने आराध्य देव मारांग बुरु एवं लुगू बाबा के साथ ही लुगू आयो, गो बाबा, कुड़ीकिन बुरु, जाहेर आयो, लिट्टी गोसांय, कपसा बाबा आदि की महिमा का बखान किया। वहीं कलाकारों ने गीत-नृत्य के माध्यम से सरना धर्म की विशेषताओं को परिलक्षित किया। अंत में लुगूबुरु घंटाबाड़ी धोरोमगढ़ समिति के अध्यक्ष बबुली सोरेन एवं सचिव लोबिन मुर्मू ने सम्मेलन की सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए सहयोग करने वालों के प्रति आभार जताया। कहा कि इस दो दिवसीय 19वें अंतरराष्ट्रीय सरना धर्म महासम्मेलन सह राजकीय महोत्सव को सफल बनाने में आमजनों सहित जिला, अनुमंडल व प्रखंड प्रशासन सहित टीवीएनएल प्रबंधन ने काफी योगदान दिया। लुगू बाबा की कृपा से श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हुई। मौके पर बांग्लादेश के सुभाषचंद्र हेम्ब्रम, सुजय हेम्ब्रम, अहिल्या बेसरा, वीरेंद्र मंडल, गणेश हेम्ब्रम, समिति के सलाहकार समिति के सोमाय टुडू, सुरेंद्र टुडू, उपाध्यक्ष बाहाराम मांझी, उपसचिव मिथिलेश किस्कू, कोषाध्यक्ष सतीशचंद्र मुर्मू, कार्यालय सचिव जयराम हांसदा, सदस्य दशरथ मार्डी, मेघराज मुर्मू, मंझला मुर्मू, रतिराम बास्के, दिलीप मांझी, कालिदास मार्डी, रजीलाल सोरेन, शिवराम हांसदा, बुधन सोरेन, सुखराम बेसरा, सेवाराम हांसदा, दिनेश कुमार मुर्मू, अनिल हांसदा, रामकुमार सोरेन, राजू मरांडी, महेश मरांडी, सुशील मांझी, अंजन हेम्ब्रम, हेमलता किस्कू, आशा कुमारी, तालो देवी, जालोमुनी देवी आदि सहित लाखों श्रद्धालु उपस्थित थे।

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