चमोली त्रासदी के शिकार हुए अमृत का शव पहुंचा गांव
संवाद सहयोगी पेटरवार उत्तराखंड के चमोली ग्लेशियर त्रासदी में लापता हुए जाराडीह गांव के
संवाद सहयोगी, पेटरवार : उत्तराखंड के चमोली ग्लेशियर त्रासदी में लापता हुए जाराडीह गांव के 27 वर्षीय अमृत कुमार का शव बुधवार की सुबह गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही मृतक के घर में कोहराम मच गया। गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। युवक के शव को विशेष एंबुलेंस से लाया गया। शव को लाने में गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो , पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, श्रम अधीक्षक लोहरदगा, रामगढ़ एवं बोकारो के श्रम अधीक्षक हरेंद्र सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
बता दें कि सात फरवरी को लापता हुए अमृत की सकुशलता के लिए प्रार्थना कर रहे थे, परन्तु उसका कोई भी सुराग नहीं मिल पा रहा था। 15 फरवरी को स्वजनों ने अमृत के आत्मा की शांति को पुतला बनाकर दाह संस्कार करने ही वाले थे कि टनल से अमृत का शव बरामद हो गया। जिसे सुबह में ही अंबागढ़ा श्मशान घाट पर दाह संस्कार कर दिया गया। मुखाग्नि 12 वर्षीय भतीजे अविनाश कुमार ने दी। इस दुखद घड़ी में गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, पूर्व विधायक योगेंद्र महतो, विधायक प्रतिनिधि जगदेव महतो, श्रम अधीक्षक हरेंद्र सिंह, बीडीओ शैलेंद्र चौरसिया, सीओ प्रणव अंबष्ठ, मिथुन महतो, कृष्णा महतो, योगेंद्र महतो शोकाकुल स्वजनों को ढांढस बंधाया। एनटीपीसी देगी मुआवजा : विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि मृतक के आश्रित को एनपीटीसी कम्पनी की ओर से 20 लाख मुआवजा एवं नियोजन , श्रम विभाग झारखंड की ओर से 1 लाख, आंबेडकर आवास योजना का लाभ एवं पारिवारिक योजना का लाभ दिया जाएगा। बिदित हो कि अमृत की शादी एक साल पहले हुई थी। उसकी आठ माह की गर्भवती पत्नी विनीता देवी पर दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा है। उसके आंसू थम नहीं रहे है। ज्ञात हो पिछले 7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली •ालिे में ग्लेश्यिर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई थी। एनडीआरएफ की टीम तपोवन टनल के मलबे से शव निकलने में लगी हुई है। चमोली हादसे में अब तक कुल 65 शव बरामद किए जा चुके हैं। अभी 139 लापता लोगों की तलाश जारी है।