Jammu Kashmir News: जम्मू के रामबन में इस कारण धंसी जमीन, जियोलॉजी टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट में किया खुलासा

रामबन जिले के परनोत गांव में जमीन धंसने के कारण बारिश और चश्मों के पानी का जमीन में रिसाव हो रहा है। इसके लिए 60 मकानों को नुकसान पहुंचा है। ये बात जम्मू विश्वविद्यालय की जियोलॉजी विभाग की टीम की प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आई है। वहीं विशेषज्ञों की टीम ने पानी निकासी के लिए नालियां बनाने पर जोर दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Deepak Saxena Publish:Sat, 04 May 2024 09:05 PM (IST) Updated:Sat, 04 May 2024 09:05 PM (IST)
Jammu Kashmir News: जम्मू के रामबन में इस कारण धंसी जमीन, जियोलॉजी टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट में किया खुलासा
जम्मू के रामबन में इस कारण धंसी जमीन, जियोलॉजी टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट में किया खुलासा।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू विश्वविद्यालय की जियॉलॉजी विभाग की टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट में रामबन जिले के परनोत गांव में जमीन धंसने का कारण वर्षा और चश्मों के पानी का जमीन में रिसाव बताया है। गांव में पहाड़ पर तीन चश्मों का पानी लगातार बह रहा है, इससे जमीन में नमी बन गई। क्योंकि वहां पानी की निकासी के लिए नालियां नहीं है।

टीम ने नमूने किए इकट्ठे

इससे जमीन के अंदर काफी मात्रा में पानी जमा हो गया है जो आगे निकलने के लिए दबाव बना रहा है। इस वजह से पहले जमीन में दरारें पड़ीं और फिर जमीन धंस गई। वर्तमान में भी चश्मों में एक सेकेंड में दो लीटर पानी बहता है। जम्मू विश्वविद्यालय के जियोलाजी विभाग के प्रो. युद्धवीर सिंह के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने गत गुरुवार को परनोत इलाके का निरीक्षण किया। टीम ने नमूने इकट्ठा किए और जांच की।

हालातों के जायजा के लिए व्यापक जांच की जरूरत

प्रो. युद्धवीर ने बताया कि हमने प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें नदी के कटाव का कोई भी प्रभाव नजर नहीं आया। हमने ऊपर से लेकर चिनाब के बेस तक का दौरा किया है। हमने सैंपल भी लिए है। इस क्षेत्र में 30-40 वर्ष पहले भूस्खलन हुआ था। पिछले कुछ वर्षों में एक हिस्से में थोड़ा भूस्खलन होता रहा है। इस प्रारंभिक रिपोर्ट में टेकटानिक गतिविधियां या अन्य किसी कारण का प्रभाव नहीं पाया गया, लेकिन इस क्षेत्र में दोबारा भूस्खलन होने से उपजे हालात की व्यापक जांच की जरूरत है।

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जमीन धंसने से 60 मकानों को पहुंचा नुकसान

यहां पानी निकासी के लिए नालियों का निर्माण जरूरी है। टीम कुछ दिनों के बाद फिर से इलाके का दौरा करेगी और जांच के बाद फाइनल रिपोर्ट एक महीने में तैयार कर सौंप देगी। बता दें कि रामबन जिले के परनोत गांव में 25 अप्रैल रात में जमीन धंसने से करीब साठ मकानों को नुकसान पहुंचा था। इस दौरान पावर स्टेशन व टावर को भी नुकसान पहुंचा था।

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