सरदार को ओलंपिक पदक नहीं जीतने का मलाल, कहा-भारत के पास टोक्यो ओलंपिक में अच्छा मौका

सरदार ने कहा हॉकी में मेरा सफर संतोषषजनक रहा क्योंकि मैं ऐसे युग का हिस्सा था जिसमें खेल में नई जान आई। निश्चित तौर पर टोक्यो ओलंपिक में हमारे पास अच्छा मौका

By Viplove KumarEdited By: Publish:Tue, 21 Jul 2020 12:41 AM (IST) Updated:Tue, 21 Jul 2020 12:41 AM (IST)
सरदार को ओलंपिक पदक नहीं जीतने का मलाल, कहा-भारत के पास टोक्यो ओलंपिक में अच्छा मौका
सरदार को ओलंपिक पदक नहीं जीतने का मलाल, कहा-भारत के पास टोक्यो ओलंपिक में अच्छा मौका

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय हॉकी टीम की लंबे समय तक कप्तानी करने वाले सरदार सिंह का करियर काफी उतार चढ़ाव भरा रहा। पूर्व कप्तान को गर्व है कि वह उस पीढी का हिस्सा रहे जिसने भारतीय हॉकी में नई जान आते हुए देखी। उन्हें अपने शानदार करियर में एकमात्र मलाल यह है कि वह देश के लिए ओलंपिक पदक नहीं जीत पाए। सरदार का हालांकि मानना है कि मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली मौजूदा टीम के पास अगले साल टोक्यो में चार दशक के इंतजार को खत्म करने का अच्छा मौका है।

सरदार ने कहा, 'हॉकी में मेरा सफर संतोषजनक रहा क्योंकि मैं ऐसे युग का हिस्सा था जिसमें खेल में नई जान आई। 2012 में लंदन ओलंपिक में अंतिम स्थान पर रहने के बाद 2018 में जब मैंने संन्यास लिया तो दुनिया की छठे नंबर की टीम तक का हमने लंबा सफर तय किया। अब मौजूदा टीम की रैंकिंग चौथी है जिससे निश्चित तौर पर टोक्यो ओलंपिक अभियान से पहले इस टीम का मनोबल काफी बढ़ेगा।'

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ओलंपिक में भारतीय टीम का इतिहास शानदार रहा है और उसने आठ स्वर्ण पदक के अलावा एक रजत और दो कांस्य पदक जीते हैं। भारत ने हालांकि खेलों के महाकुंभ में पिछली सफलता 40 साल पहले 1980 में मास्को ओलंपिक में हासिल की थी जब उसने अपना आठवां और अंतिम स्वर्ण पदक जीता था।

सरदार ने कहा, '314 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद मुझे हमेशा खेद रहेगा कि मेरे घर में ओलंपिक पदक नहीं है। लेकिन पिछले साल इस टीम को लगातार मजबूत होते हुए देखना और इस साल एफआइएच हॉकी प्रो लीग में वे जिस तरह खेले, मुझे उम्मीद है कि वे ओलंपिक पदक जीत सकते हैं। टोक्यो में निश्चित तौर पर उनके पास वास्तविक मौका है।'

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