राहुल गांधी की प्रदेश में तीन जनसभाएं जल्द

प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों को जीतने के लिए चंबा की परिवर्तन रैली के बाद राहुल गांधी की तीनों लोकसभा क्षेत्रों शिमला मंडी और हमीरपुर में जल्द चुनावी जनसभाएं आयोजित होंगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Mar 2019 07:54 PM (IST) Updated:Fri, 08 Mar 2019 07:54 PM (IST)
राहुल गांधी की प्रदेश में तीन जनसभाएं जल्द
राहुल गांधी की प्रदेश में तीन जनसभाएं जल्द

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश की चारों लोकसभा सीटें जीतने के लिए कांगड़ा के चंबी में हुई परिवर्तन रैली के बाद राहुल गांधी की शिमला, मंडी और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में जल्द जनसभाएं होंगी। सबसे पहले शिमला संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की जनसभा होगी। इन जनसभाओं के लिए राहुल ने सहमति दे दी है। केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की जयराम सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने रोडमैप तैयार कर लिया है। सभी लोकसभा क्षेत्र में जनचेतना यात्राएं होंगी, जिसमें भाजपा सरकारों की नाकामियों से जनता को अवगत करवाया जाएगा। यह बातें शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों के समक्ष कही।

उन्होंने बताया कि भाजपा सरकारों की विफलताओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रथम चरण में संसदीय क्षेत्र शिमला के सोलन से जनचेतना यात्रा वे स्वयं शुरू करेंगे। तीन दिवसीय इस यात्रा का समापन बद्दी-नालागढ़ में महाजनसभा से होगा। उसमें प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल, सह प्रभारी गुरकिरत कोटली सहित प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता शमिल होंगे। इसके बाद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जनचेतना यात्रा शुरू करेंगी। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में मुकेश अग्निहोत्री इसकी शुरुआत करेंगे। मंडी जिला में युवा कांग्रेस का महासम्मेलन होगा, जबकि सिरमौर में अनुसूचित जाति विभाग सम्मेलन करेगा। यह आयोजन लोकसभा चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण होंगे।

रैली में भीड़ रोकने को सीएम के साथ तीन मंत्रियों ने संभाला मोर्चा

राठौर ने आरोप लगाया कि कांगड़ा के चंबी में राहुल की जनसभा में भीड़ रोकने के लिए मुख्यमंत्री के साथ तीन मंत्रियों ने मोर्चा संभाला था। जयराम ठाकुर केंद्रीय मंत्री के साथ ऊना में, जबकि तीन मंत्री कांगड़ा में डटे हुए थे और निगरानी कर रहे थे। मोदी और गडकरी की रैलियों से ज्यादा सफल राहुल की रैली रही। उनकी रैलियों में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया था। राफेल के दस्तावेज गायब होने पर रक्षा मंत्री दें इस्तीफा

राठौर ने रक्षा मंत्रालय से राफेल विमान खरीद मामले से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों के गुम होने को गंभीर मामला बताते हुए रक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह आंतरिक व बाह्य सुरक्षा से खिलवाड़ है।

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