कोरोना का नहीं, जुर्माने का डर

स्वास्थ्य संस्थानों में मास्क की अनिवार्यता प्रशासन ने लागू कर दी है। इसके बावजूद लोग नियम तोड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Jul 2022 11:00 PM (IST) Updated:Sat, 30 Jul 2022 11:00 PM (IST)
कोरोना का नहीं, जुर्माने का डर
कोरोना का नहीं, जुर्माने का डर

जागरण संवाददाता शिमला : स्वास्थ्य संस्थानों में मास्क की अनिवार्यता प्रशासन ने लागू कर दी है। हालांकि लोग अस्पताल में मास्क पहन रहे हैं लेकिन बाजार में मास्क लगाना तो दूर, शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। इससे साफ है कि राजधानी शिमला में लोगों को कोरोना का नहीं बल्कि जुर्माने का डर है। लोग अपने आप को जुर्माने से बचाने के लिए अस्पताल में मास्क पहन रहे हैं लेकिन वहां से निकलते ही बाजार में नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

अस्पताल में शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। इससे संक्रमण फैलने की आशंका ज्यादा हो गई है। अस्पताल में सुरक्षा कर्मचारी लोगों को बार-बार लाइन में खड़ा होने के लिए कह रहें हैं। इसके बावजूद लोग उनकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। ओपीडी से लेकर एक्स-रे रूम के बाहर लोगों की काफी भीड़ लग रही है। अस्पताल प्रशासन ने लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सख्ती से नियमों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। अस्पताल में बिना मास्क से किसी भी मरीज को नहीं आने दिया जा रहा है। सुरक्षा कर्मी बार-बार मरीजों को सही प्रकार से मास्क पहनने के लिए जागरूक कर रहे हैं। वहीं, राजधानी शिमला के बाजार में लोग अब बीमारी से बचने के लिए नहीं बल्कि जुर्माना न देना पड़े, इसके लिए मास्क लगाते हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है बाजार में कोई भी मास्क लगाने के लिए तैयार नहीं हैं। लोगों का तर्क है कि सरकार ने अभी अस्पताल में ही मास्क को अनिवार्य किया है। कई लोगों में कोरोना का डर खत्म हो चुका है। लोअर बाजार, राम बाजार व लक्कड़ बाजार में भी लोग बिना मास्क के घूमते दिखे। पिछली बार जब कोरोना की लहर तेज हुई थी, तब भी संक्रमण के शिमला शहर में हजारों से ज्यादा केस आए थे। इन दिनों फिर कोरोना ने अपनी रफ्तार तेज कर दी है। शनिवार को शिमला के रिज मैदान से लेकर मालरोड तक किसी व्यक्ति ने भी न मास्क पहना था और न ही किसी ने शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया था। शहर में अगर इसी तरह कोरोना के केस बढ़ते रहे तो शिमला में कोरोना की स्थितियां पहले जैसी हो जाएंगी। अस्पताल में मरीजों के मास्क जरूरी कर दिया गया है। बिना मास्क के अस्पताल में मरीजों को आने नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल में मरीजों को शारीरिक दूरी का पालन भी करना होगा। मरीजों को दाखिल करने से पहले उनका कोरोना टेस्ट जरूरी कर दिया गया है।

-डा. लोकेंद्र शर्मा, एमएस, दीन दयाल उपाध्याय (रिपन) अस्पताल, शिमला

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