शिमला में सूना रहा वीकेंड, 15 फीसद रह गई ऑक्यूपेंसी

जागरण संवाददाता शिमला जिला शिमला में लगाए रात्रि क‌र्फ्यू के बाद शिमला के होटलों में ऑक्य

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Dec 2020 04:52 PM (IST) Updated:Sun, 13 Dec 2020 04:52 PM (IST)
शिमला में सूना रहा वीकेंड, 15 फीसद रह गई ऑक्यूपेंसी
शिमला में सूना रहा वीकेंड, 15 फीसद रह गई ऑक्यूपेंसी

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला में लगाए रात्रि क‌र्फ्यू के बाद शिमला के होटलों में ऑक्यूपेंसी दर गिर गई है। वीकेंड पर 70 से 80 फीसद रहने वाली ऑक्यूपेंसी दर अब 15 फीसद पर ही सिमट गई है। इसके अलावा 15 फीसद एडवांस में करवाई बुकिंग भी रद हो गई है।

जिला शिमला में तेजी से बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए रात्रि क‌र्फ्यू लगाया गया है। दिसंबर के लिए एडवांस बुकिग का ग्राफ नवंबर में ही 25 फीसद तक पहुंच गया था, लेकिन अब यह आंकड़ा 15 फीसद रह गया है। इतना ही नहीं होटलों में क्रिसमस और नए साल के लिए हुई एडवांस बुकिग भी रविवार के बंद और रात्रि क‌र्फ्यू के कारण 30 फीसद तक रद हुई है। राजधानी शिमला में बारिश व बर्फबारी के चलते अधिकतर पर्यटक बुकिग करवाकर ही हिमाचल आते हैं। उधर, कोरोना से पनपे हालात के बाद बर्फबारी भी पर्यटन को नहीं भुना पाई है। इस बार बर्फबारी भी नहीं खींच पा रही पर्यटक

शिमला में शुक्रवार रात को बर्फबारी होने के बावजूद वीकेंड खाली ही रहा। इस वीकेंड पर शिमला के कुफरी व नारंकडा में पर्याप्त बर्फबारी हुई है, लेकिन बर्फबारी को देखने के लिए पर्यटक इस बार कम ही पहुंच रहे हैं। पड़ोसी राज्यों के ही गिने-चुने पर्यटक अब शिमला पहुंच रहे हैं। अन्य राज्यों का पर्यटक देर शाम तक ही शिमला पहुंचता है और होटलों के कमरे भी रात आठ बजे के बाद ही बुक होते हैं। ऐसे में रात्रि क‌र्फ्यू होने के कारण लोग शिमला आना कम ही पसंद कर रहे हैं। बर्फबारी की चाह में पंजाब व हरियाणा के पर्यटक शिमला पहुंच तो जरूर रहे हैं, लेकिन दिन में घूमने के बाद लौट रहे हैं। रेस्तरां और ढाबे ढूंढते रहे पर्यटक

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिमला में रविवार को सभी रेस्तरां व ढाबे बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। ऐसे में शिमला घूमने आए पर्यटक दिनभर ढाबे व रेस्तरां ढूंढते रहे। पर्यटकों को बाजार में चाय तक नसीब नहीं हुई। न ही किसी तरह की खरीदारी पर्यटक बाजार बंद होने के कारण कर पाए। पंजाब से आई अमरजीत कौर ने कहा कि वीकेंड पर हर साल दो-तीन बार शिमला आती थी। लॉकडाउन के बाद पहली बार शिमला आई हूं, लेकिन शिमला में आज पूरा दिन भूखे-प्यासे ही निकल गया। पर्यटक गुरुसेवक का कहना है कि जब खाने-पीने की व्यवस्था नहीं है तो पर्यटकों की आवाजाही भी बंद कर देनी चाहिए या फिर कोई व्यवस्था पर्यटकों के लिए की जानी चाहिए। शिमला में रात्रि क‌र्फ्यू के कारण होटलों की ऑक्यूपेंसी दर में काफी गिरावट आई है। होटलों की ऑक्यूपेंसी 15 फीसद तक पहुंच गई है। बर्फबारी के बाद भी वीकेंड खाली रहा, जिससे होटल संचालकों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है।

महेंद्र सेठ, अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश होटल एसोसिएशन।

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