आसान पेपर से हुई शुरुआत, बच्चों के चेहरे खिले

जागरण संवाददाता शिमला कोरोना महामारी के खतरे के बीच शनिवार से नौवीं कक्षा की परीक्षाए

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 09:30 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 09:30 PM (IST)
आसान पेपर से हुई शुरुआत, बच्चों के चेहरे खिले
आसान पेपर से हुई शुरुआत, बच्चों के चेहरे खिले

जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना महामारी के खतरे के बीच शनिवार से नौवीं कक्षा की परीक्षाएं शुरू हो गई। पहले दिन संस्कृत का पेपर था। आसान पेपर होने से बच्चे काफी खुश दिखे। महामारी के खतरे को देखते हुए स्कूल गेट पर ही बच्चों की थर्मल स्कैनिग की गई। किसी बच्चे को बुखार व सर्दी-जुकाम की शिकायत तो नहीं है यह देखा गया। इसके बाद हैंड सैनिटाइज करवाकर बच्चों को परीक्षा केंद्र भेजा गया। परीक्षा केंद्र में बिना मास्क न तो बच्चों को जाने दिया गया न ही शिक्षक और गैर शिक्षकों को जिनकी ड्यूटी परीक्षा में लगाई गई थी।

परीक्षा देने आए छात्रों का कहना है कि सालभर घर पर रहकर ही पढ़ाई की है। लिखने का अभ्यास छूट गया था। परीक्षा से पहले शिक्षकों ने बच्चों को निर्देश दिए कि वे घर पर रहकर लिखने का अभ्यास करें, ताकि उनका पेपर अच्छा हो।

पोर्टमोर स्कूल की छात्रा रीना व सविता का कहना है कि पेपर काफी आसान था। पहला पेपर अच्छा हुआ है, उम्मीद है कि आगामी सभी पेपर भी अच्छे ही होंगे। संजौली से परीक्षा देने आए छात्र अनिकेत व अक्षय बताते हैं कि परीक्षा से पहले घर पर लिखने का अभ्यास किया था, जिससे लिखाई के साथ पेपर भी अच्छे से दे पाए। उन्होंने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि सालभर ऑनलाइन पढ़ाई की। कुछ दिन स्कूल में जो कक्षाएं लगीं उसका काफी फायदा पेपर में मिला है। 11वीं का इतिहास का हुआ पेपर

नौवीं कक्षा का पेपर सुबह के सत्र में हुआ, जबकि 11वीं कक्षा की परीक्षा दो से पांच बजे तक के सत्र में हुई। छात्रों को 15 मिनट पहले यानी पौने दो बजे ही परीक्षा केंद्र में बुला लिया गया था। 11वीं का इतिहास का पेपर था। पेपर के बाद सैनिटाइज किया परीक्षा केंद्र

पेपर खत्म होने के बाद परीक्षा केंद्र को सैनिटाइज किया गया। स्कूल प्रधानाचार्यो का कहना है कि रोजाना पेपर समाप्त होने के बाद सैनिटाइजेशन की जाएगी, ताकि किसी तरह के संक्रमण का खतरा न रहे। स्कूलों प्रबंधकों की ओर से पूरी सावधानी बरती जा रही है। शारीरिक दूरी के नियमों का हुआ पालन

कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए स्कूलों में ज्यादा एहतियात बरती गई। परीक्षा देने आए बच्चों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने साथ अतिरिक्त पैन साथ लाएं। परीक्षा केंद्र में कोई भी शेयरिग मान्य नहीं की गई। बच्चों को अपनी पानी की बोतल लाने को कहा गया है।

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