बल्देया-मादर सड़क को पर्यावरण मंत्रालय की हरी झण्डी
जागरण संवाददाता, शिमला : पिछले 40 साल से पर्यावरण की मंजूरी न मिलने के कारण अटकी बल्देया-मादर सड़क को
जागरण संवाददाता, शिमला : पिछले 40 साल से पर्यावरण की मंजूरी न मिलने के कारण अटकी बल्देया-मादर सड़क को पर्यावरण मंत्रालय ने हरी झण्डी दे दी है। इससे बल्देया पंचायत के नैटी परगना के पांच वार्डो (मादर, चरैन, माजु, कण्डा व धार) की लगभग डेढ़ से दो हजार की आबादी को लाभ मिलेगा।
हिमाचल किसान सभा के राज्याध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह तंवर ने इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए केंद्रीय वन मंत्रालय, राज्य वन विभाग और लोक निर्माण विभाग का आभार जताया है। जिन्होंने सड़क को मंजूरी दिलाने में हिमाचल किसान सभा का सहयोग दिया। डॉ. तंवर ने नैटी परगना के सभी वासियों को बधाई दी है। डॉ. तंवर ने कहा कि नैटी परगना के लोग सड़क के लिए बरसों से माग कर रहे थे, परन्तु सरकार की अनदेखी के कारण अब तक यह सड़क अटकी हुई थी, जबकि इसकी लम्बाई मात्र नौ किलोमीटर है। सड़क न होने से यहा की बड़ी आबादी प्रभावित हो रही थी। बच्चों, बुजुर्गो, बीमार और गर्भवती महिलाओं को बहुत ही परेशानी उठानी पड़ती थी। इसके अलावा सब्जी पैदा करने वाले किसानों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। डॉ. तंवर ने सरकार से आग्रह किया है कि वह अविलम्ब सड़क के निर्माण को प्राथमिकता के आधार पर शुरु करे, ताकि जल्दी ही हजारों लोगों को इसका लाभ मिल सके।