हिमाचल काे नाज: सरहदों की सुरक्षा में हिमाचली जोश, 22 युवा सेना में अधिकारी

भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) देहरादून में शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद हिमाचल के 22 युवा सेना में अधिकारी बने हैं।

By BabitaEdited By: Publish:Mon, 11 Jun 2018 12:27 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jun 2018 02:10 PM (IST)
हिमाचल काे नाज: सरहदों की सुरक्षा में हिमाचली जोश, 22 युवा सेना में अधिकारी
हिमाचल काे नाज: सरहदों की सुरक्षा में हिमाचली जोश, 22 युवा सेना में अधिकारी

सरकाघाट, जेएनएन । धर्मपुर उपमंडल की दरवाड़ पंचायत के अनंस्वाई गांव के अभिमन्यु ठाकुर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। अभिमन्यु की प्रारंभिक शिक्षा शिमला में पिता डॉ. विजय ठाकुर व प्रवक्ता माता कांता ठाकुर की देखरेख में हुई। जमा दो तक की पढ़ाई के बाद 2008 से 2014 तक राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज देहरादून में प्रवेश लिया। 2014 में अखिल भारतीय स्तर पर एनडीए की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। 2014 से लेकर नौ जून 2018 तक पढ़ाई व प्रशिक्षण एनडीए खड़गवासला पूणे तथा इंडियन मिलिट्री स्कूल देहरादून में हुआ है।

अभिमन्यु ने बताया कि वे प्राप्त पुरस्कार व पदवी को अपने स्वर्गीय पिता डॉ. विजय कुमार को समर्पित करते हैं। जब देहरादून में अभिमन्यु का प्रशिक्षण काल समाप्त हुआ तो उनकी माता कांता ठाकुर, भाई भारत ठाकुर, ताया राजकुमार वर्मा, व ताई रजनी वर्मा ने उन्हें स्टार लगाकर सुशोभित किया। लेफ्टिनेंट अभिमन्यु की नियुक्ति आर्टलरी रेजीमेंट में हुई है और उसकी प्रथम नियुक्ति जम्मू-कश्मीर के कारगिल के द्रास सेक्टर में हुई अभिमन्यु की सफलता पर दादा सोहन सिंह वर्मा, नाना प्रेम सिंह वर्मा, मामा डॉ. विनोद कुमार, संजय ठाकुर, विजय ठाकुर, यशपाल, रूपलाल वर्मा ने बधाई दी है।

नाहन के रुचिर कोहली और पांवटा के प्रीतपाल बने लेफ्टिनेंट

भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) देहरादून में शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद हिमाचल के 22 युवा सेना में अधिकारी बने हैं। इनमें जिला सिरमौर के दो युवा पांवटा साहिब के प्रीतपाल सिंह व नाहन के रुचिर कोहली लेफ्टिनेंट बने हैं। पांवटा साहिब की ग्राम पंचायत जामनी वाला के साधारण परिवार के बेटे ने भारतीय सेना में अधिकारी पद हासिल कर अपने परिवार का नाम रोशन किया है। प्रीतपाल भारतीय सेना में बतौर सैनिक भर्ती हुए थे। 

सैनिक के तौर पर सेवाएं देते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और कमीशन पास किया। प्रीतपाल ने पांवटा के निजी स्कूल से जमा दो तक की शिक्षा प्राप्त की थी। इसके बाद राजकीय डिग्री कॉलेज पांवटा साहिब से स्नातक करने के बाद भारतीय सेना में भर्ती हो गए। अब प्रीतपाल सिंह के सेना में लेफ्टिनेंट बनने से जामनी वाला सहित पूरे पांवटा साहिब में खुशी का माहौल है। प्रीतपाल के पिता सुरजीत सिंह साधारण परिवार से संबंध रखते है व एक दुकान पर अकाउंटेंट का काम देखते हैं। प्रीतपाल ने सफलता का श्रेय पिता सुरजीत सिंह और माता सरबनो कौर को  दिया है।

वहीं, नाहन के रुचिर कोहली ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नाहन कार्मेल कान्वेंट स्कूल से प्राप्त की। उसके बाद जमा एक की पढ़ाई आर्मी स्कूल व जमा दो की पढ़ाई करियर अकादमी नाहन से की। रूचिर के पिता नरेंद्र पाल कोहली व माता प्रीति कोहली ने बताया कि रूचिर को शुरू से ही सेना में जाने का सपना था, जिसके लिए वह दिन-रात कड़ी मेहनत करता था। 2014 में एनडीए के लिए चयनित हुआ। 2017 में आइएमए देहरादून में ट्रेनिंग के लिए चयनित हुआ। रूचिर कोहली ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व अध्यापकों को दिया है। वह कुमाऊ रेजिमेंट में सेवाएं देंगे।

सरकाघाट के अभिषेक बने अधिकारी

सरकाघाट के गोपालपुर गांव के होनहार अभिषेक पुरी सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। ग्रामीण परिवेश में जन्मे और पले बढ़े इस होनहार युवक की मैट्रिक तक की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गोपालपुर से हुई है और उसके बाद जमा दो की परीक्षा हिम अकादमी हमीरपुर से की। जमा दो की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद चितकारा यूनिवर्सिटी से बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में वर्ष 2013 में पास की। इसके बाद वर्ष 2015 में एनआइटी हमीरपुर से एमटेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में वर्ष जनवरी 2016 से जून 2017 तक सेवा करते रहे। जुलाई 2017 में आइएमए (इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून) में प्रवेश पाया और 9 जून, 2018 को भारतीय सेना के कोर्पस ऑफ सिग्नल में कमिशनेड ऑफिसर बने। इनकी प्रथम नियुक्ति हरियाणा के हिसार में हुई है। पिता अश्विनी पुरी एनआईटी हमीरपुर में सहायक अभियंता इलेक्ट्रिक हैं व माता रजनी पुरी गृहणी हैं। अभिषेक का छोटा भाई दीपक पुरी मुंबई में सिविल इंजीनियर के पद पर है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है। सफलता पर उनके दादा नंदलाल पुरी, सुभाष शर्मा, डॉ. बालम राम शर्मा सहित सभी परिजनों व ग्रामीणों ने उन्हें बधाई दी है।

ऊना की लडोली पंचायत के अंशुल बने लेफ्टिनेंट

उपमंडल अम्ब की ग्राम पंचायत लडोली के थड़ा गांव का अंशुल कुमार भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बना है। शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पास आउट हुए अंशुल कुमार अब थ्री मद्रास रेजीमेंट में अपनी सेवाएं देंगे। अंशुल कुमार के पिता मनोहर लाल भारतीय सेना से 2015 में बतौर नायब सूबेदार सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि माता प्रवीण कुमारी गृहिणी हैं। अंशुल की बहन डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से बीएससी की पढ़ाई कर रही है। शनिवार को र्पांसग आउट परेड में उसके माता-पिता व अन्य परिजन भी उपस्थित रहे। अंशुल ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अम्ब के स्वामी विवेकानंद स्कूल से प्राप्त की है जबकि छठी से 12वीं कक्षा की पढ़ाई मिलिट्री स्कूल चायल में की। उसके बाद एनडीए में चयन हो गया। रविवार को घर पहुंचने पर अंशुल का परिजनों और ग्रामीणों ने स्वागत किया। 

 रोहित जोशी ने रोशन किया चकोल का नाम

उपमंडल के चकोल निवासी रोहित जोशी ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर गांव व प्रदेश का नाम रोशन किया है। चाचा नित्यानंद व शेषराम ने बताया कि रोहित के पिता अश्विनी जोशी ने भी सेना में सेवाएं दी हैं। उनके ही पदचिह्नों पर चलकर रोहित ने मेहनत व लगन से यह मुकाम हासिल किया है। रोहित की मां कामना जोशी गृहिणी है तो छोटे भाई रचित ने हाल ही में जमा दो की परीक्षा पास की है। रोहित ने प्रारंभिक शिक्षा माउंट कार्मल स्कूल बैजनाथ से की है और जमा दो की पढ़ाई डीएवी पब्लिक स्कूल पालमपुर से की। इसके बाद उनका चयन एनडीए के लिए हुआ। पूणे के खडकवासना स्थित एनडीए संस्थान में तीन साल पढ़ाई के बाद आइएमए देहरादून में एक साल ट्र्रेंनग ली। शनिवार को हुई र्पांसग परेड में रोहित के पिता व माता के साथ दादी अति देवी भी मौजूद रही। माता-पिता बेटे की उपलब्धि से काफी खुश हैं। अश्विनी जोशी ने बताया कि बेटे ने उनका सपना साकार किया है।

अगाहर गांव के कार्तिक बने सेना में अफसर

फतेहपुर का बेटा कार्तिक पठानिया सेना में लेफ्टिनेंट बना है। पंचायत रे के अगाहर निवासी कार्तिक पठानिया शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पासआउट हुए हैं। कार्तिक के दादा नसीब सिंह भी सेना से बतौर सूबेदार सेवानिवृत्त हैं, जबकि पिता नरेंद्र पठानिया शिक्षा विभाग में बतौर प्रधानाचार्य पद पर सेवाएं दे रहे हैं। माता गृहिणी है तो बहन स्वाति पठानिया कंपनी में कार्यरत है। 21 अगस्त, 1996 को जन्मे कार्तिक ने प्रारंभिक पढ़ाई बीबीएमबी डीएवी स्कूल तलवाड़ा से की है। 2014 में कार्तिक का चयन एनडीए में हुआ था। कार्तिक की उपलब्धि से फतेहपुर सहित उनके गांव में खुशी का माहौल है।

नौरा के अरुण ने बढ़ाई कुपवी क्षेत्र की शान

जिला शिमला के दूरस्थ क्षेत्र कुपवी की नौरा बौरा पंचायत के अरुण भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। अरुण शनिवार को देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट हुए। समारोह में अरुण के पिता मान सिंह व माता देवकु देवी ने स्टार पहना कर यह औपचारिकता पूर्ण की। अरुण की इस उपलब्धि से न केवल नौरा गांव बल्कि तहसील कुपवी सहित पूरे उपमंडल चौपाल में खुशी का माहौल है। अरुण भारतीय सेना में यह पद हासिल करने वाला उपमंडल चौपाल का सबसे युवा बन गया है। अरुण ने डीएवी पब्लिक स्कूल लकड़ बाजार शिमला से स्कूली शिक्षा हासिल की। 2010 में उनका चयन तकनीकी साइड से हुआ व 2012 में आर्मी कैडेट कॉलेज में प्रवेश लिया। तीन भाइयों में अरुण से बड़ा भाई बलवीर भी भारतीय सेना में सेवाएं दे रहा है।

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