कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ठेकेदार के पैन से सफेद किया काला धन

आयकर विभाग ने ठेकेदार को नोटिस थमा 3.71 करोड़ रुपये की आय का लेखा-जोखा मांगा है।

By BabitaEdited By: Publish:Fri, 20 Jul 2018 01:33 PM (IST) Updated:Fri, 20 Jul 2018 02:58 PM (IST)
कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ठेकेदार के पैन से सफेद किया काला धन
कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ठेकेदार के पैन से सफेद किया काला धन

मंडी, जेएनएन। किन्नौर जिले में एक बिजली प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाली महाराष्ट्र की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ठेकेदार के पैन से काला धन सफेद कर लिया। कंपनी के इस कारनामे से अब ठेकेदार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आयकर विभाग ने ठेकेदार को नोटिस थमा 3.71 करोड़ रुपये की आय का लेखा-जोखा मांगा है।

ठेकेदार कभी आयकर विभाग को कभी कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहा है। कहीं से न्याय मिलता न देख ठेकेदार ने अब कंस्ट्रक्शन कंपनी के विरुद्ध पुलिस थाना औट में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है और अपने अधिवक्ता के माध्यम से कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा है। मंडी जिले के जला (थलौट) क्षेत्र के रहने वाले खीमे राम शर्मा पुत्र देव राज शर्मा ने किर्लोस्कर कंस्ट्रक्शन कंपनी से 2008-09 में सबलेटिंग पर टनल का कार्य लिया था। एचपीपीसीएल से संबंधित कंपनी को सावरा कुड्डू प्रोजेक्ट में काम अलॉट हुआ था। 

काम सबलेटिंग पर लेने के बाद खीमे राम ने कंस्ट्रक्शन कंपनी को अपने पैन की कॉपी दी थी। खीमे राम

ने 30 जून 2009 को कार्य पूरा कर कंपनी से अपना पूरा हिसाब-किताब कर लिया था। इसके बाद कंपनी

से सबर्लेंटग पर कोई कार्य नहीं लिया। 24 मार्च 2015 को आयकर अधिकारी कार्यालय मंडी से खीमे राम

को एक नोटिस मिला। इसमें 2011-12 में दाखिल की गई रिटर्न में कंपनी ने पूर्व में किर्लोस्कर कंस्ट्रक्शन कंपनी व वर्तमान में कराड प्रोजेक्ट एंड मोटर्स (महाराष्ट्र) ने खीमे राम शर्मा को 3.71 करोड़ की राशि का भुगतान किए जाने की बात कही।

इसकी राशि की एवज में कंपनी ने टीडीएस भी काटा, जबकि खीमे राम ने 2011-12 की रिटर्न में अपनी आय पांच लाख के करीब दर्शाई थी। नोटिस मिलने के बाद तीन साल से खीमे राम आयकर विभाग कार्यालय के चक्कर काट रहा है। मंडी, शिमला, दिल्ली व मुंबई स्थित आयकर विभाग कार्यालय से पत्राचार कर अपना पक्ष रख चुका है, लेकिन आयकर विभाग उसकी एक भी दलील सुनने को तैयार नहीं है। खीमे राम बार-बार यह दलील दे रहा है कि उसके बैंक खाते में 2009 के बाद कंपनी की तरफ से पैसे की कोई ट्रांजेक्शन नही हुई है।

पुलिस की जांच भी धोखाधड़ी का केस दर्ज करने से आगे नहीं बढ़ पाई है। वीरवार को खीमे राम ने पुलिस अधीक्षक मंडी को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। औट पुलिस को आरोपितों के विरुद्ध जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

-गुरदेव शर्मा, पुलिस अधीक्षक, मंडी

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