दूसरे के भवन में रुका लघु सचिवालय का विस्तार

चूक कहें या कुछ और जहां बीते दो वर्षो से लोक निर्माण विभाग के भवन में ही ज्वालाजी मिनी सचिवालय चल रहा है। इसमें कई विभागों के कार्यालय स्थापित है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Dec 2019 06:44 PM (IST) Updated:Sat, 28 Dec 2019 06:15 AM (IST)
दूसरे के भवन में रुका लघु सचिवालय का विस्तार
दूसरे के भवन में रुका लघु सचिवालय का विस्तार

-अभी तक प्रशासन अपने अधीन नहीं करवा पाया लोक निर्माण विभाग का भवन

-रुके हैं कई कार्य, नहीं मिल रही आम जनता सहित कर्मचारियों को सुविधाएं पंकज सोनी, सपड़ी, (ज्वालामुखी)

ज्वालाजी लघु सचिवालय दो साल से लोक निर्माण विभाग के भवन में चल रहा है। इसमें तहसील, रोजगार, तहसील वेलफेयर, डीएसपी, एसडीएम सहित कई अन्य कार्यालय शामिल हैं, लेकिन भवन को अभी तक प्रशासन के अधीन नहीं किया है। मामला स्थानीय विधायक के भी ध्यानार्थ है।

अव्यवस्था का आलम ये है कि सचिवालय व तहसील कार्यालय में बने शौचालयों के बाहर एक माह से ताला लटका हुआ है। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद शौचालयों की कनेक्टिविटी नहीं हुई है। तहसील कार्यालय के शौचालयों में नल की टूटियां और वॉशबेसिन ही गायब हैं। बिजली के उपकरण भी टूट चुके हैं।

लघु सचिवालय में चारदीवारी नहीं लगी है, जो लगी भी है उसका सीमेंट भी खराब हो चुका है। साथ में बन रही पार्किंग का अनावश्यक सामान भी सचिवालय के बाहर फेंक रखा है। भवन को मिनी सचिवालय का नाम तो दे दिया और कई विभागों के कार्यालय भी खोल दिए हैं, लेकिन तहसील कार्यो में अहम भूमिका निभाने वाले स्टांप वेंडर, टाइपिस्ट के लिए प्रशासन दो साल से छत तक मुहैया नहीं करवा पाया है।

विधायक रमेश ध्वाला ने कहा की ज्वालामुखी मिनी सचिवालय की बिल्डिग सचिवालय नॉर्म के हिसाब से नहीं बल्कि स्वास्थ विभाग के नॉर्म पर है व पैसा भी स्वास्थ विभाग का लगा है।

-------

जनरेटर की सुविधा नहीं

मिनी सचिवालय में लोग दूर-दूर से काम करवाने आते हैं, लेकिन बिजली न होने पर जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिससे लोगों के समय व पैसे की बर्बादी होती है। भवन में जनरेटर की सुविधा भी नहीं है।

---------

ये कहा अधिकारियों ने

एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा ने कहा कि संबंधित भवन अभी लोक निर्माण विभाग ने प्रशासन के हैंडओवर नहीं किया है, जिस कारण कुछ कार्य यहां रुके पड़े हैं। बंद पड़े शौचालयों का मामला ध्यान में लाया गया है, इस बाबत लोक निर्माण विभाग से बात की है। वहीं, लोक निर्माण विभाग एसडीओ सुमन कौंडल ने कहा कि विभाग काफी समय से प्रशासन के पास जाकर भवन स्थानांतरण की बात रख चुका है।

---------

लघु सचिवालय में काम करवाने के लिए सैकड़ों लोग प्रतिदिन आते हैं पर यहां पीने का पानी, बैठने के लिए स्थान और शौचालय की व्यवस्था तक नहीं है। प्रतिदिन लोगों को यहां परेशानी का सामना करना पड़ता है।

-अतुल चौधरी, स्थानीय निवासी।

-------

लघु सचिवालय तो बना दिया, लेकिन सुविधाएं नहीं हैं। बिजली न होने की सूरत में जनरेटर न होने से लोगों के काम नहीं होते। यहां शौचालय भी नहीं है और जो हैं वे बंद पड़े हैं।

-प्रियंका शर्मा, स्थानीय निवासी।

chat bot
आपका साथी