टेस्ट में नंबर कम आने पर भागा था छठी का छात्र

जागरण संवाददाता, पालमपुर : ठाकुरद्वारा स्थित एक नामी स्कूल से छुट्टी के बाद भागा छठी का

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jun 2018 06:02 AM (IST) Updated:Fri, 08 Jun 2018 06:02 AM (IST)
टेस्ट में नंबर कम आने पर भागा था छठी का छात्र
टेस्ट में नंबर कम आने पर भागा था छठी का छात्र

जागरण संवाददाता, पालमपुर : ठाकुरद्वारा स्थित एक नामी स्कूल से छुट्टी के बाद भागा छठी का छात्र बुधवार देर रात चक्की बैंक पठानकोट में मिला। वह टेस्ट में कम नंबर आने के कारण ही घबराकर घर से भागा था। छात्र चक्की बैंक से दिल्ली जाने की फिराक में था, लेकिन टीटी के शक ने उसे दिल्ली जाने से रोक दिया और घर पहुंचाने में सबसे ज्यादा भूमिका निभाई है। इसमें पुलिस की ओर से सभी जगह भेजी गई फोटो भी काफी सहायक सिद्ध हुई है।

छात्र छुट्टी के बाद चालक को यह कहकर स्कूल बस में नहीं बैठा था कि उसे पापा के साथ दोस्त के घर जाना है। छात्र के घर न पहुंचने से परिजन घबरा गए थे और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद पुलिस ने चंडीगढ़ और पंजाब जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी की थी। साथ ही पुलिस टीमें कांगड़ा व ज्वालामुखी क्षेत्र के लिए रवाना कर दी थीं और छात्र की फोटो सभी थानों और सोशल मीडिया पर जारी कर दिए थे। करीब 12 घंटे बाद चक्की बैंक रेलवे स्टेशन पर टीटी की सूझबूझ ने उसे वहां रोक लिया और बाद में छात्र को घर लाया गया। घर में छात्र किसी को कुछ भी नहीं बता रहा है। मां ने बताया कि उन्होंने बेटे को कुछ भी नहीं कहा था। उनके अनुसार बेटे के एक विषय में नंबर कम थे।

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योजना के तहत घर से निकला था छात्र

छात्र दिल्ली जाने के लिए योजना के साथ घर से निकला था। वह घर से पैसे भी ले गया था। स्कूल से छुट्टी के बाद छात्र ठाकुरद्वारा में निजी बस में बैठा और नाल्टी में उतर गया। इसके बाद वहां से एक अन्य बस में बैठा और कांगड़ा बस स्टैंड में उतर गया। कांगड़ा में उसने नए कपड़े खरीदे और स्कूल की वर्दी खोलकर नए पकड़े डाले। इसके बाद वह कांगड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचा और शाम को पठानकोट जाने वाले ट्रेन में बैठ गया। रात 12 बजे ट्रेन पठानकोट पहुंची। यहां से छात्र ने दिल्ली जाने वाली ट्रेन की टिकट ली लेकिन वह यह नहीं समझ पाया कि ट्रेन में कहां बैठना है। उसने इस संबंध में जानकारी टीटी से मांगी। टीटी ने बच्चे को अकेला पाकर सूझबूझ का परिचय दिया और वह उसे स्टेशन मास्टर के पास ले गया। स्टेशन मास्टर ने छात्र से पूरी जानकारी ली औरपरिजनों को फोन किया गया। रात करीब तीन बजे छात्र के परिजन चक्की बैंक पहुंचे और वहां से उसे घर लाया गया।

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'पुलिस को जैसे ही बच्चे के भागने की सूचना मिली तो तुरंत प्रभाव से नाकेबंदी कर दी। साथ ही सोशल मीडिया पर फोटो भी डाल दिए थे। एसपी संतोष पटियाल ने भी बॉर्डर एरिया की चौकियों में फोटो भेज दिए थे। पुलिस के संयुक्त प्रयासों से छात्र को चक्की बैंक में ढूंढ लिया है। मेरा अभिभावकों से अनुरोध है कि बच्चों पर पढ़ाई के लिए ज्यादा दबाव न डालें।'

-विकास धीमान, डीएसपी कांगड़ा।

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'कई बार अभिभावकों से कम्युनिकेशन गैप होने और परीक्षा में नंबर कम आने पर बच्चे यह कदम उठा लेते हैं। माता-पिता बच्चों पर दबाव बनाने की बजाय उनसे खुलकर बातचीत करें ताकि बच्चे कोई भी बात बताने से घबराएं नहीं।'

-डॉ. मेजर सुखजीत, मनोचिकित्सक डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा

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