ओपी शर्मा बोले, हिमाचल को चाट रही नशे की दीमक, पक्के इलाज की जरूरत

Drugs Free Himachal राज्य नशा निवारण बोर्ड के संयोजक ओपी शर्मा का कहना है कि हिमाचल को नशे की दीमक चाट रही है। नशे की दीमक से प्रदेश की युवा पीढ़ी को बचाने सुरक्षित निकालने और नशा मुक्त करने के लिए शासन-प्रशासन को बिना की पक्षपात के काम करना पड़ेगा।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 23 Jan 2022 05:44 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jan 2022 05:44 PM (IST)
ओपी शर्मा बोले, हिमाचल को चाट रही नशे की दीमक, पक्के इलाज की जरूरत
ओपी शर्मा ने कहा कि हिमाचल को नशे की दीमक चाट रही है। जागरण

शिमला, राज्य ब्यूरो। Drugs Free Himachal, राज्य नशा निवारण बोर्ड के संयोजक ओपी शर्मा का कहना है कि हिमाचल को नशे की दीमक चाट रही है। नशे की इस दीमक से प्रदेश की युवा पीढ़ी को बचाने, सुरक्षित निकालने और नशा मुक्त करने के लिए शासन-प्रशासन को बिना की पक्षपात के काम करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैंने सचिवालय में नशा निवारण बोर्ड की करीब डेढ़ साल पहले पहली बैठक में कहा था कि सलापड़ से लेकर नेरचौक तक खुला नशे का कारोबार हो रहा है। जिसमें अवैध शराब, चरस, चिट्टा शामिल है। उनका कहना है कि हर घर और समाज से जुड़े अतिसंवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक चश्मे से देखने के बजाए समग्रता से समाज व राष्ट्रहित में समझने की जरूरत है। ओपी शर्मा का कहना है कि सलापड़ की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग, आबकारी कराधान, पुलिस को एक साथ काम करना होगा। वरना सलापड़ में जो घटना घटी है, उसी तरह की घटनाएं प्रदेश के दूसरे हिस्सों में घटती रहेंगी। अवैध शराब के साथ-साथ चिट्टा सेवन भी सामने आया है।

मुख्य सचिव को प्रेजेंटेशन

ओपी शर्मा ने पिछले हफ्ते प्रदेश के मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह को नशा मुक्ति के लिए एक कारगर नीति निर्धारण के लिए प्रेजेंटेशन दी है। ऐसी उम्मीद है कि आगामी मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्तावित नीति विचार के लिए आ सकती है। इसमें प्रस्ताव किया गया है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों में 10 बिस्तरेां का एक नशा मुक्ति वार्ड होना चाहिए। सभी अस्पतालों में मनोचिकित्सक नियुक्त होने चाहिए, ताकि नशे की लत से बाहर निकालने के लिए मनोचिकित्सक उपलब्ध रहें।

जुखाला में दो बच्चों के बाप ने नशे के लिए जमीन बेची

नशा निवारण हेल्पलाइन में एक मामला सामने आया है जिसमें जुखाला में दो बच्चों के बाप ने चिट्टे का नशा करने के लिए जमीन तक बेच दी। इस नशेड़ी व्यक्ति की मां बेहद परेशान है। ऐसा पता चला है कि नशे के आदी हो चुके इस व्यक्ति का घर पर छोटा बच्चा है। 6 जनवरी को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नशा निवारण हेल्पलाइन का उद्घाटन किया था। 7 जनवरी से लेकर अभी तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से 40 केस मदद के लिए संपर्क स्थापित कर चुके हैं।

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