अवैध शराब से विधानसभा चुनाव के लिए जुटाया जा रहा था पैसा, नीरज ने पंजाब व चंडीगढ़ में बनाई है करोड़ों की संपत्ति

Congress Leader Niraj Thakur अवैध शराब के कारोबार से प्रदेश विधानसभा चुनावपंजाब व चंडीगढ़ में संपत्ति खरीदने के लिए पैसा जुटाया जा रहा था। अवैध शराब से होने वाली कमाई कई नेताओं की जेब में जा रही थी।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 06:49 AM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 07:59 AM (IST)
अवैध शराब से विधानसभा चुनाव के लिए जुटाया जा रहा था पैसा, नीरज ने पंजाब व चंडीगढ़ में बनाई है करोड़ों की संपत्ति
अवैध शराब के कारोबार से प्रदेश विधानसभा चुनाव,पंजाब व चंडीगढ़ में संपत्ति खरीदने के लिए पैसा जुटाया जा रहा था।

मंडी, हंसराज सैनी। अवैध शराब के कारोबार से प्रदेश विधानसभा चुनाव,पंजाब व चंडीगढ़ में संपत्ति खरीदने के लिए पैसा जुटाया जा रहा था। अवैध शराब से होने वाली कमाई कई नेताओं की जेब में जा रही थी। कांग्रेस नेता नीरज ठाकुर अपने आकाओं को खुश करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा था। पैसे के अलावा वह अपने आकाओं को महंगे गिफ्ट भेजता था। कांग्रेस पार्टी में एंट्री से पहले उसने हमीरपुर में दो बड़े कांग्रेस नेताओं के कार्यक्रम करवाए थे। उसका सारा खर्च उसने वहन किया था। आपराधिक पृष्ठभूमि होने के बावजूद इन्हीं दोनों नेताओं के आशीर्वाद से उसे पार्टी की सदस्यता तो मिली ही थी,हमीरपुर जिला कांग्रेस के महासचिव पद पर सीधी ताजपोशी भी हो गई थी।

नीरज ठाकुर को पार्टी में समाजसेवी के रूप में पेश किया गया था। उसकी ताजपोशी में हमीरपुर के रहने वाले एक नेता का भी अहम योगदान रहा है। लोगों में उसकी समाजसेवी की छवि बनी रहे,इसके लिए वह ज्यादातर चंडीगढ़ में रहता था। अपने घर में शराब की फैक्टरी चलाने वाले प्रवीण कुमार के साथ उसकी गहरी दोस्ती है। प्रवीण भी चंडीगढ़ में रहता था। दोनों की आपराधिक पृष्ठभूमि की वजह से कोई अपना मुंह नहीं खोलता था। सूत्र बताते हैं कि शराब की अवैध फैक्टरी पहले नादौन के आसपास चलती थी।

आबकारी एवं कराधान व पुलिस विभाग इस बात से भलीभांति परिचित था,लेकिन किसी ने कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं दिखाई। नीरज ठाकुर ने पंजाब व चंडीगढ़ में शराब के अवैध कारोबार से चंद सालों में करोड़ों रुपये की चल अचल संपत्ति बनाई है। कार्यालय में एसआइटी की दबिश के बाद वह रातोंरात चंडीगढ़ चल गया था। चंडीगढ़ में अपने आवास से अवैध कारोबार के सबूत नष्ट करना चाहता था,लेकिन एसआइटी की सक्रियता से सफलता नहीं मिल पाई थी।

नीरज की कांग्रेस में एंट्री करवाने वाले नेता अब दुहाई दे रहे हैं कि नीरज ठाकुर को हमीरपुर के कुछ नेताओं ने समाजसेवी के रूप में उनके सामने पेश किया था। तभी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से उसकी महासचिव पद पर ताजपोशी के लिए पैरवी की गई थी।

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