सिरमौर में बेटे को छोड़कर तीन बहनों व मां को लील गई बारिश

सिरमौर में पिछले 1 सप्ताह से जारी बारिश ने जहां सैकड़ों लोगों को संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। वहीं रविवार देर रात शिलाई उपमंडल की रास्त पंचायत के खिजवाड़ी गांव में घर के चिराग को बचाकर कर घर को रोशन करने वाली बहनों को बारिश ने बुझा दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Sep 2022 06:35 PM (IST) Updated:Mon, 26 Sep 2022 06:35 PM (IST)
सिरमौर में बेटे को छोड़कर तीन बहनों व मां को लील गई बारिश
सिरमौर में पिछले 1 सप्ताह से जारी बारिश ने जहां सैकड़ों लोगों को संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया।

नाहन,राजन पुंडीर। जिला सिरमौर में पिछले 1 सप्ताह से जारी बारिश ने जहां सैकड़ों लोगों को संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। वहीं रविवार देर रात शिलाई उपमंडल की रास्त पंचायत के खिजवाड़ी गांव में घर के चिराग को बचाकर कर, घर को रोशन करने वाली बहनों को बारिश ने बुझा दिया। रविवार देर रात को दबे पांव आए मौत ने एक परिवार के 5 लोगो की जिदंगी लील ली। पहाड़ी से आए भारी भूस्खलन से 3 वर्षीय लक्ष्य का, ना घर बचा ना घर के आंगन में साथ खेलने वाली बहने। 3 वर्ष का लक्ष्य एक दिन पहले अपने दादा दादी के साथ दोगरी (दूसरे गांव) गया हुआ था। जिसके चलते उसकी जान बच गई।

जबकि उसकी तीन बहने व मां भूस्खलन की भेंट चढ़ गई। वही पिता घायल है। ममता और प्रदीप के चार बच्चे थे, जिनमें से तीन लड़कियां और एक लड़का था। सबसे बड़ी इशिता 8 साल की थी, दूसरे नंबर पर अलीशा 6 साल की, तीसरे नंबर पर लक्ष्य 3 साल तथा चौथे नंबर पर ऐरंग 2 साल की थी। शुक्रवार तक यह चारों भाई बहन घर के आंगन में एक साथ खेला करते थे। अब भूस्खलन व बारिश से बर्बाद हुए घर का ना तो आंगन बचा, ना ही साथ खेलने वाले बहने। 3 साल के लक्ष्य ने जब रिश्तेदारों व परिजनों को रोते देखा, तो उसे समझ नहीं आ रहा था कि यह क्या हो रहा है। क्योंकि 3 साल का लक्ष्य समझ ही नहीं पा रहा था कि उसने अपनी मां तथा बहनों को इस प्राकृतिक आपदा में खो दिया है। इस प्राकृतिक आपदा ने उसे जो गम दिया है, उसे भरने तथा उसे समझने में लंबा समय लग जाएगा। वही सोमवार को लक्ष्य की तीन बहनों इशिता, अलीशा ऐरंग तथा उसकी माता ममता का एक ही चिता पर एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। अब इस हंसते खेलते परिवार में लक्ष्य अकेला ही शेष रह गया है।

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