जनजातीय जिला किन्‍नौर की बेटी ने किया नाम रोशन, एमडी-एमएस की परीक्षा में देशभर में पाया चाैथा स्‍थान

Doctor Ayushi Negi जिला किन्नौर की डॉक्टर आयुषी नेगी ने अपनी प्रतिभा और कठिन परिश्रम से हिमाचल ही नहीं पूरे देश में पहचान बनाते हुए नाम रोशन किया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 02:53 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 02:53 PM (IST)
जनजातीय जिला किन्‍नौर की बेटी ने किया नाम रोशन, एमडी-एमएस की परीक्षा में देशभर में पाया चाैथा स्‍थान
जनजातीय जिला किन्‍नौर की बेटी ने किया नाम रोशन, एमडी-एमएस की परीक्षा में देशभर में पाया चाैथा स्‍थान

रिकांगपिओ, जेएनएन। जिला किन्नौर की डॉक्टर आयुषी नेगी ने अपनी प्रतिभा और कठिन परिश्रम से हिमाचल ही नहीं पूरे देश में पहचान बनाते हुए नाम रोशन किया है। आयुषी ने यह साबित कर दिया है कि किन्नौर जैसे दूरदराज जनजातीय क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है केवल दृढ़ निश्चय और कुशल मार्गदर्शन के साथ कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।

डॉ. आयुषी नेगी ने आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (एम्स) में स्नातकोत्तर 2020, एमडी-एमएस की परीक्षा में अनुसूचित जनजाति वर्ग में पूरे भारतवर्ष में चौथा स्थान हासिल किया है। यही नहीं उन्होंने स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान चंडीगढ़ पीजीआई एमईआर की एमडी-एमएस की परीक्षा में भी पूरे भारतवर्ष में अनुसूचित जनजाति वर्ग में सातवां स्थान हासिल किया है।

डॉ. आयुषी नेगी मूल रूप से किन्नौर जिला के पूह उपमंडल के सुनम  गांव की रहने वाली है। उनके पिता दिनेश कुमार नेगी हाल ही में जलशक्‍ित विभाग से अधीक्षण अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि माता आशा नेगी बतौर हिंदी प्रवक्ता राजकीय उच्च विद्यालय झाकड़ी  में सेवारत है। डॉ. आयुषी ने जमा दो की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल झाकड़ी से वर्ष 2014 में उत्तीर्ण की व उसी वर्ष एमबीबीएस नीट की परीक्षा में हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में चौथा स्थान प्राप्त किया था।

इसी साल ऑल इंडिया लेवल में भी एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए उनका चयन लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज दिल्ली में हुआ। वहां से उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई दिसंबर 2019 में पूरी की। वह लक्ष्य को हासिल करने के प्रति ²ढ़ संकल्प रहती हैं। आयुषी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को देती है। उनका कहना है कि जीवन का लक्ष्य कुशल चिकित्सक बनकर आम जनमानस की निष्काम भाव से सेवा करना है। डॉ. नेगी ने अपने स्नातकोत्तर की पढ़ाई दिल्ली के एम्स से करने का निश्चय किया है। उन्होंने प्रसूति और स्त्री रोग में दाखिला भी लिया है। डॉ. आयुषी की इस उपलब्धि से किन्नौर के लोगों में खुशी है और वह इस क्षेत्र के छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत भी हैं।

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