जसूर बाजार में रखे कूड़ेदान बेसहारा

संवाद सूत्र, जसूर : प्रमुख व्यापारिक कस्बे जसूर में स्वच्छता अभियान मिशन पर ग्रहण लगता दिख रहा है। व

By Edited By: Publish:Tue, 06 Oct 2015 10:46 PM (IST) Updated:Tue, 06 Oct 2015 10:46 PM (IST)
जसूर बाजार में रखे कूड़ेदान बेसहारा

संवाद सूत्र, जसूर : प्रमुख व्यापारिक कस्बे जसूर में स्वच्छता अभियान मिशन पर ग्रहण लगता दिख रहा है। वैसे तो सफाई कर्मी रोजाना सफाई करते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से बाजार के विभिन्न भागों में रखे गए कूड़ादानों की शायद ही किसी ने सुध ली हो। बीतेंवर्ष जब स्वच्छता अभियान का प्रशासन व अन्य संगठनों ने जसूर में जोर-शोर से आगाज किया गया था, तो इसमें प्रशासन और अन्य संगठनों ने मिलकर खूब झाड़ू फोटो खिंचवाए थे, लेकिन एक वर्ष बाद वही पुराने कूड़े के ढेर हैं।

प्रशासन ने बाजार में बकायदा कूड़े को एकत्रित करने के लिए कूड़ेदान भी स्थापित किए थे। लोगों ने इन कूड़ेदानों का प्रयोग कर कूड़ा इसमें डालना शुरू किया। यह दो प्रकार के कूड़ेदान जैविक व अजैविक कूड़े के लिए स्थापित किए गए, लेकिन आलम यह है कि तब से लेकर आजतक इन कूड़ेदानों में भरा कचरा शायद ही उठाया गया हो। अब हालत यह है कि कूड़ेदानो में से कुछ कूड़ेदान औंधे मुंह गिरे हैं। वहीं, कचरा गलने सड़ने के कारण इससे ऐसी दुर्गंध आ रही है कि राह चलते राहगीरों का भी यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। राहगीर नाक बंद कर यहां से गुजरने के लिए मजबूर हैं।

इन कूड़ादानों में अक्सर लावारिस पशु मुंह मारकर इस कचरे को और फैलाने का काम कर रहे हैं। इस कारण जसूर में बीमारियों के फैलने का भय है। कमोबेश यही हालात पूरे बाजार में रखे गए इन कूड़ेदानों के मौजूदा समय में हैं, जो जसूर की स्वच्छता की पोल खोल रहे हैं।

सफाई के नाम पर जसूर के हर दुकानदार से सफाई के नाम पर हर माह पैसे भी इकट्ठे किए जाते हैं, लेकिन स्वच्छता के नाम पर लापरवाही भारी है। स्थानीय लोगों व कारोबारियों ने प्रशासन से माग की है कि इन कूड़ेदानों के बीच और आसपास फैले कचरे का उचित प्रबंध किया जाए।

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