हम तैयार पर मिले सरकार का साथ

सरकार द्वारा निजी बसों को चलाने का विरोध करने वालों के बीच राहत की बात यह भी है कि जिला कांगड़ा में निजी बस ऑपरेटर सरकार के साथ हैं। भले ही उनकी कुछ मांगों भी हों लेकिन वह सरकार इस निर्णय के साथ हैं कि वी सरकार के इस फैसले को लेकर साथ कंधे से कंधा मिलाए हुए खडे़ हैं। जिला कांगड़ा प्राईवेट बस ऑपरेटर यूनियन के सदस्यों का निर्णय यह भी है कि कोविड-19 की वजह से प्रदेश की आर्थकी खासी प्रभावित भी हुई है और ऐसे में प्रदेश की आर्थिकी को पटरी पर लाने के लिए परिवहन सेवा भी एक बड़ी भूमिका निभाती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 05:17 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 06:17 AM (IST)
हम तैयार पर मिले सरकार का साथ
हम तैयार पर मिले सरकार का साथ

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : निजी बसों को चलाने का विरोध करने वालों के बीच राहत की बात यह है कि जिला कांगड़ा के निजी बस ऑपरेटर सरकार के साथ हैं। भले ही उनकी कुछ मांगें भी हों, लेकिन वे सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडे़ हैं। जिला कांगड़ा निजी बस ऑपरेटर यूनियन के सदस्यों का कहना है कि कोविड-19 की वजह से प्रदेश की आर्थिकी खासी प्रभावित हुई है और इसे पटरी पर लाने के लिए परिवहन सेवा अहम भूमिका निभाती है। यूनियन का मानना है कि मध्यम वर्ग रोजी-रोटी कमाने के लिए बसों के माध्यम से ही गंतव्य तक पहुंचता है। चर्चा इस बात को लेकर भी हुई है कि बसों में यात्रियों की संख्या में कमी की गई है तो इससे खर्चे भी पूरे नहीं होंगे। यूनियन का तर्क है कि पहले ही निजी बस ऑपरेटर घाटा सहन कर रहे हैं लेकिन मानवीय मूल्यों को देखते हुए अब सरकार के आदेशानुसार बसों को चलाएंगे।

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ये हैं निजी बस ऑपरेटरों के सुझाव

-जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते और सौ फीसद एक्यूपेंसी पर सवारियां ढोने की अनुमति नहीं मिलती है तब तक घाटे की आपूर्ति के लिए सरकार कोई मदद करे। -सवारियां ले जाने से पहले बसों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था सरकार करे।

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जिले में हैं 900 निजी बसें

जिला कांगड़ा में इस समय करीब 900 निजी बसें हैं और इनमें से अधिकतर जिले के भीतर ही चलती हैं। कुछ निजी बस ऑपरेटरो के पास जिले से बाहर आवागमन के परमिट भी हैं। करीब 350 बस ऑपरेटर इस कार्य से जुड़े हैं। लॉकडाउन के कारण बसों के आवागमन की सुविधा फिलहाल बंद है। सरकार के फैसले के अनुसार निजी बसें चलाई जाएंगी।

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हम सरकार के साथ हैं और जिले में बसें चलाने के लिए तैयार हैं। मानवता के आधार पर गाड़ियां चलाएंगे। कुछ मांगें सरकार के समक्ष हैं और अगर ये पूरी होती हैं तो निजी बस ऑपरेटरों को और भी सुविधाएं मिलेंगी।

-हैप्पी अवस्थी, प्रधान, जिला कांगड़ा निजी बस ऑपरेटर यूनियन

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निजी बस ऑपरेटर सरकार का समर्थन कर रहे हैं यह हमारे लिए खुशी की बात है। जैसे ही परिवहन सुविधा शुरू होगी, वैसे ही केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से दी गई राहत निजी बस ऑपेटरों को भी समान रूप से दी जाएगी।

-गोविद ठाकुर, परिवहन मंत्री

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