सीयू से अयोग्य शिक्षक बाहर न निकाले तो आंदोलन

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू) से नौकरी छोड़कर जाने के मामले में एनएसयूआइ ने मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:01 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:01 PM (IST)
सीयू से अयोग्य शिक्षक बाहर न निकाले तो आंदोलन
सीयू से अयोग्य शिक्षक बाहर न निकाले तो आंदोलन

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू) से नौकरी छोड़कर जाने वाले दो प्रोफेसरों के मामले में नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआइ) ने मोर्चा खोल दिया है। छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष छतर ठाकुर और क्षेत्रीय केंद्र सदस्य वीर सिंह ने सीयू में अयोग्य लोगों की नौकरी देने का आरोप लगाया है। रविवार को जारी बयान में उक्त छात्र नेताओं ने कहा कि सीयू प्रशासन तर्क दे रहा है कोई भी अपात्र शिक्षक भर्ती नहीं हुआ है। भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। उनके अनुसार अगर भर्ती में गड़बड़ी नहीं हुई है तो जांच के डर से दो प्रोफेसरों ने अपने पद से इस्तीफा क्यों दिया।

उन्होंने कहा कि सीयू में 2015 से 2019 के बीच हुई प्रोफेसरों की भर्ती पर एनएसयूआइ ने सवाल उठाते हुए जांच की मांग की थी। इसके बाद विवि प्रशासन ने उनकी डिग्री सहित अन्य दस्तावेजों की जांच शुरू की। जांच से पहले ही सीयू के दो प्रोफेसर नौकरी से इस्तीफा देकर जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद सीयू के सभी अधिकारियों के दस्तावेजों की जांच करवाकर अयोग्य लोगों को बाहर किया जाएगा।

गौर रहे कि सीयू में भाषा स्कूल के हिदी विभाग के प्रमुख एवं एसोसिएट प्रोफेसर ने नौकरी छोड़ दी है। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। दूसरे नौकरी से इस्तीफा देने वाले स्कूल आफ सोशल साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, जो मूल रूप से पंजाब के निवासी हैं। दोनों की नियुक्ति 2018-19 में हुई थी। सीयू प्रशासन कह रहा है कि उक्त प्रोफेसरों ने निजी कारणों से पद से इस्तीफा दिया है। अभी तक की जांच में किसी भी प्रोफेसर के दस्तावेज गलत नहीं पाए गए हैं।

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