कथा सुनने से कटते हैं पाप : रामकृष्ण

संवाद सूत्र, घुमारवीं : संतोषी माता मंदिर हारकुकार में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन रामकृष्ण भारद्व

By Edited By: Publish:Mon, 30 Mar 2015 04:44 PM (IST) Updated:Mon, 30 Mar 2015 04:44 PM (IST)
कथा सुनने से कटते हैं पाप : रामकृष्ण

संवाद सूत्र, घुमारवीं : संतोषी माता मंदिर हारकुकार में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन रामकृष्ण भारद्वाज ने प्रवचन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मनुष्य के कई पाप कट जाते हैं। जब जीव परमात्मा की भक्ति को छोड़कर माया के मोहजाल में फंस जाता है तब प्रभु ही उसे सत्संग के माध्यम से मायाजाल से मुक्त कराते हैं।

उन्होंने कहा कि सत्संग एक ऐसा माध्यम है जिससे जन्म मृत्यु के बंधन से मुक्ति पाई जा सकती है। पश्चिमी सभ्यता के बढ़ते प्रभाव से युवा पीढ़ी में धर्म व संस्कृति के प्रति मोह कम होता जा रहा है जो ¨चता का विषय है। गोमाता अपने सेवक को अभयदान देती है। अपने लोक व परलोक को मंगलमय बनाने के लिए सब लोग गोमाता की सेवा करें। मनुष्य को अच्छे कर्म कर पुण्य कमाना चाहिए। इस दौरान मंदिर के पुजारी गिरधार लाल, कमेटी के प्रधान तुलसी राम शर्मा, सचिव शिव कुमार, उपप्रधान प्रेम लाल, मुख्य संयोजक आरके चोपड़ा, सलाहकार नंदलाल चंदेल, कोषाध्यक्ष हरनाम ¨सह, राम प्रकाश, सुरेश सांख्यान, अमर ¨सह चंदेल, विद्यासागर शर्मा, धर्मपाल, देवराज, सदा राम, धर्म ¨सह, अमरनाथ, पंकज चड्ढा आदि उपस्थित थे।

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