रेललाइन के फाटकों पर बनेगा अंडरपास, मिलेगी जाम से मुक्ति

शहर को दो हिस्सों में बांट रही रेलवे लाइन पर अब लोगों को घंटों जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। रेलवे की ओर से चार मुख्य फाटकों पर अंडर पास बनाए जाने की तैयारी है। करीब छह करोड़ रुपये अंडरपास पर खर्च किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jun 2019 10:27 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jun 2019 06:38 AM (IST)
रेललाइन के फाटकों पर बनेगा अंडरपास, मिलेगी जाम से मुक्ति
रेललाइन के फाटकों पर बनेगा अंडरपास, मिलेगी जाम से मुक्ति

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

शहर को दो हिस्सों में बांट रही रेलवे लाइन पर अब लोगों को घंटों जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। रेलवे की ओर से चार मुख्य फाटकों पर अंडर पास बनाए जाने की तैयारी है। करीब छह करोड़ रुपये अंडरपास पर खर्च किए जाएंगे। बंद रहने की वजह से इन फाटकों पर हर रोज जाम लगा रहता है। इसके साथ ही दुर्घटनाओं का भी खतरा बना रहता है।काफी समय से यहां पर अंडरपास बनाए जाने की मांग उठ रही थी। इससे अब फाटकों के पास लगने वाले जाम से निजात मिलेगी। डीआरएम अंबाला एचके जग्गी ने बताया कि सभी फाटकों पर अंडर पास बनाकर मानव रहित किया जाएगा। इस बारे में रेलवे की तैयारी चल रही है। जल्द ही यहां पर काम शुरू होगा।

पहले शहर के बाहर से रेलवे लाइन निकाली गई थी। धीरे-धीरे यहां पर जनसंख्या बढ़ी, तो रेललाइन शहर के बीचों-बीच में आ गई। अब हालात यह है कि लाइन बीच से निकल रही है।कई जगहों पर फाटक बने हैं। ट्रेनों की आवाजाही अधिक रहने की वजह से यह फाटक अकसर बंद रहते हैं। जिसकी वजह से लोगों को परेशानी होती है। कई बार लंबा जाम दोनों और लग जाता है। शहर को रेलवे स्टेशन के पार के इलाके से जोड़ने के लिए पुराना रादौर रोड पर रेलवे फाटक क्रॉसिग मुख्य मार्ग है। लाइन पार की दर्जनों कॉलोनियों और गांवों के लोग सहित औद्योगिक इकाइयों के वाहन रोजाना इसी मार्ग से शहर आते-जाते हैं। इंडस्ट्रियल एरिया में आने-जाने वाले भारी वाहन भी रेलवे फाटक से होकर गुजरते हैं। इस कारण फाटक बंद होते ही पुराना रादौर रोड बाजार, इंडस्ट्रियल एरिया और सहारनपुर रोड तक वाहनों की कतार लग जाती है और जाम की स्थिति बन जाती है।

दुर्घटना का भी खतरा

ट्रेनों के आने और जाने के समय में फाटक अक्सर 15 से 30 मिनट तक बंद रहते हैं। इसकी वजह से जाम लगा रहता है। बंद रहने की वजह से राहगीर व बाइक, स्कूटर और रिक्शा सहित चालक उसके नीचे से निकलते हैं, जिससे हर समय दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इसी के चलते कई लोगों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत भी हो चुकी है। रेलवे पुलिस के मुताबिक रेललाइन क्रॉसिग के दौरान हर साल औसत आठ व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आकर मौत का शिकार होते हैं। इन फाटकों पर लगता है जाम

पांसरा, गुरुद्वारा फाटक, पुराना रादौर रोड, कैनाल रेस्ट हाउस के पास और जगाधरी वर्कशॉप में शहर के बीच में फाटक बने हुए हैं। पांसरा फाटक बंद होने की वजह से लंबा जाम लगता है, इसी तरह से जगाधरी वर्कशॉप में भी लंबा जाम लगता है। यहां पर अंडरपास बनने से यह फाटक पूरी तरह से मानव रहित हो जाएगी।इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।कई बार फाटक बंद रहने की वजह से लोग घंटों तक फंस जाते हैं। दोनों और लंबा जाम लगने की वजह से लोगों को निकलने की जगह नहीं मिलती। इस कारण यह दिक्कत आती है।

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