शाही इमाम पंजाब ने मंच पर ¨हदू धार्मिक नेता का झूठा पानी पीकर दिया शांति व भाईचारे का संदेश

धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है। इतिहास को तोड़ मरोड़कर युवा पीढ़ी को बरगलाया जा रहा है। देश में सांप्रदायिकता का जहर घोला जा रहा है। जबकि देश में विकास व शिक्षा के लिए कार्य करने की जरूरत है। यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज भारद्वाज का। वह खिजराबाद में पयाम ए अमन के नाम से आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 11:30 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 11:30 PM (IST)
शाही इमाम पंजाब ने मंच पर ¨हदू धार्मिक नेता का झूठा पानी पीकर दिया शांति व भाईचारे का संदेश
शाही इमाम पंजाब ने मंच पर ¨हदू धार्मिक नेता का झूठा पानी पीकर दिया शांति व भाईचारे का संदेश

संवाद सहयोगी, खिजराबाद :

धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है। इतिहास को तोड़ मरोड़कर युवा पीढ़ी को बरगलाया जा रहा है। देश में सांप्रदायिकता का जहर घोला जा रहा है। जबकि देश में विकास व शिक्षा के लिए कार्य करने की जरूरत है। यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज भारद्वाज का। वह खिजराबाद में पयाम ए अमन के नाम से आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस कार्यक्रम सर्वधर्मो के धार्मिक नेता पहुंचे थे। इस दौरान हजरत मौलाना हबीबुर्रहमान लुधियानवी ने ¨हदू धार्मिक नेता बब्बू जी महाराज का झूठा पानी पीकर शांति भाईचारे का संदेश दिया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सियासत के लिए देश को बांटने की कोशिश हो रही है। इतिहास गवाह है कि देश की आजादी की लड़ाई सभी देशवासियों ने मिल कर लड़ी। आज देश बड़े ही कठिन दौर से गुजर रहा है, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। भारत का इतिहास सदा मिल कर देश की तरक्की का रहा है।

सभी धर्मो का एक ही पैगाम है कि ईश्वर एक है। हम सब उसके बंदे हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति इंसानियत से प्यार करता है वही सच्चा इंसान है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पीरजी अहमद हुसैन बूड़िया ने कहा कि नेकी के रास्ते पर चल कर ही दुनिया में अमन को कायम किया जा सकता है, गोली बारूद से नहीं। पंजाब के शाही इमाम हजरत मौलाना हबीबुर्रहमान ने कहा कि भारत सभी धर्मो का देश है। देश की तरक्की में सभी का योगदान रहा है। स्वामी सुबोधानंद ने कहा कि सभी धर्मो का मूल है कि ईश्वर एक है। उसे किसी भी नाम से पुकारा जाए वह सब के लिए एक समान हैं। इस मौके पर पंचतीर्थी गुरूद्वारा के प्रबंधक संत बाबा स्वर्ण ¨सह, ¨प्रसिपल कारी सईदुज्जमा,संत बाबा सुरेंद्र ¨सह पांवटा साहिब, संत बब्बू जी महाराज, फादर मनोज तेजली चर्च, अजात आश्रम हथनीकुंड स्वामी महेश्वरानंद सरस्वती, स्वामी सुबोधानंद, असगर कासमी अम्बालवी, राजीव हुसैन, चक्षु दत्ता, मौलाना तैयब कासमी, सरदार मनदीप ¨सह, परमजीत ¨सह, राजीव वालिया, मौलाना उसमान अहरारी, नसीम चौधरी, सरजीत सरपंच भंगेडी, मौलाना इकबाल भी मौजूद रहे।

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