मूली के पर्याप्त दाम न मिलने से किसान निराश

क्षेत्र में मूली की फसल के दाम औंधे मुह गिरने से किसान बेहद निराश है। निराश किसानों ने मूली की फसल को नष्ट कर उसमें दूसरी फसल की बिजाई करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार मूली की फसल के बेहद कम दाम मिलने पर किसान खून के आंसू बहाने पर मजबूर हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 01:34 AM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 01:34 AM (IST)
मूली के पर्याप्त दाम न मिलने से किसान निराश
मूली के पर्याप्त दाम न मिलने से किसान निराश

संस, रादौर : क्षेत्र में मूली की फसल के दाम औंधे मुह गिरने से किसान बेहद निराश है। निराश किसानों ने मूली की फसल को नष्ट कर उसमें दूसरी फसल की बिजाई करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार मूली की फसल के बेहद कम दाम मिलने पर किसान खून के आंसू बहाने पर मजबूर हो गया है। किसानों को अपनी मूली की फसल का लागत मूल्य तक नहीं मिल पा रहा है। जिससे निराश होकर किसानों ने मूली की फसल को ट्रैक्टर से उजाड़ना शुरू कर दिया है।

नाचरौन गांव के किसान डॉ. लाभ ¨सह, सुरेश पाल, दलीप राणा पालेवाला ने बताया कि उन्होंने कई एकड़ में मूली की फसल तैयार की थी। जिसपर उन्होंने हजारों रूपये खर्च किए थे, लेकिन मंडी में मूली की फसल मात्र दो रुपये किलो बिक रही है। उससे उन्हें प्रति एकड़ भारी घाटा हो रहा है। इतने कम दामों में उन्हें फसल का लागत मूल्य तक नसीब नहीं हो पा रहा है। किसान दलीप राणा ने बताया कि उसने अपनी मूली की फसल को खेतों में धुलाई कराने के लिए मजदूरों को दो हजार रुपये दिहाड़ी दी थी। लेकिन मंडी में उसकी फसल मात्र तेरह सौ रुपये में बिकी। उसे सात सौ रुपये का घाटा हुआ। इसी प्रकार अन्य किसानों को भी मूली की फसल से भारी नुकसान उठाना पड रहा है। जिससे अब किसान मूली की फसल को ट्रैक्टर व हैरो से उजाड़कर उसमें गेहूं या अन्य फसलों की बिजाई कर रहे है। उधर सब्जी मंडी रादौर के प्रधान विजय आढ़ती ने बताया कि इस समय मंडी में मूली की फसल मंदे की मार के दौर से गुजर रही है। पहले मूली के दाम बहुत तेज थे, लेकिन अब मूली की फसल मात्र 2 रुपये किलो बिक रही है।

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