सरस मेला में उमड़ी भीड़, स्कूल, कॉलेज के छात्रों ने भी लिया आनंद

नई अनाज मंडी जगाधरी में 9 फरवरी से चल रहा सरस हस्तशिल्प मेला पूरे यौवन पर है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Feb 2020 09:00 AM (IST) Updated:Sun, 16 Feb 2020 09:00 AM (IST)
सरस मेला में उमड़ी भीड़, स्कूल, कॉलेज के छात्रों ने भी लिया आनंद
सरस मेला में उमड़ी भीड़, स्कूल, कॉलेज के छात्रों ने भी लिया आनंद

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नई अनाज मंडी जगाधरी में 9 फरवरी से चल रहा सरस हस्तशिल्प मेला पूरे यौवन पर है। शनिवार को मेला देखने के लिए हजारों लोग पहुंचे। इतनी भीड़ मेले में इससे पहले कभी नहीं हुई। सरस मेला देखने के लिए स्कूलों के विद्यार्थियों के अलावा गुरु नानक ग‌र्ल्स कॉलेज की छात्राएं भी पहुंची। उन्हें सबसे ज्यादा टेराकोटा की मूर्तियां पसंद आई। छात्राओं ने सरस मेला में एक दूसरे के साथ सेल्फी भी ली। मेला शुरू होने से शनिवार तक मेला में 12 लाख रुपये का सामान बिक चुका है। खाने के सामान का लुत्फ ले रहे लोग :

सरस मेला में विभिन्न जगहों से आए लोगों ने स्टॉल लगा रखे हैं। जिनमें पकोड़े से लेकर जलेबियां तक के स्टॉल हैं। बाहर से आए लोग इन पर खाने-पीने की चीजों का आनंद लिया। इसके अलावा मक्की व बाजरे की रोटी, सरसों का साग, गाजर का हलवा, बाजरे के लड्डू व आंवले के आचार का लोग लुत्फ ले रहे हैं। मेला घूमने आए रवि, सोहन, संजीव, प्रदीप कुमार ने बताया कि इस तरह का मेला पहली बार जिला में लगाया गया है। इससे पहले जिला में केवल कपालमोचन का मेला ही लगता है। इसलिए इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए। बच्चों व हर वर्ग के लोगों को देश की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलता है। गेट सड़क पर हो तो ज्यादा आएंगे लोग :

सरस मेला में इससे ज्यादा लोग आ सकते हैं। मेला शुरू हुए सात दिन बीत चुके हैं फिर भी ज्यादातर लोगों को अभी भी नहीं पता कि जगाधरी अनाज मंडी में मेला लग रहा है। लोग यहां न केवल सामान देख सकते हैं बल्कि खरीद भी सकते हैं। प्रशासन ने सरस मेले का मुख्य गेट अनाज मंडी में शेड के पास लगा रखा है। इसलिए आने जाने वाले लोगों को यह गेट दिखता ही नहीं। यदि प्रशासन चाहता तो इस गेट को सड़क के पास लगा सकता था। ताकि सड़क से सभी की नजर इस पर पड़े। अनाज मंडी गेट के बाहर केवल एक बोर्ड लगाया हुआ है। लोग इसे अनदेखा कर वापस निकल जाते हैं। दो शहरों के बीच में लग रहा मेला :

मेला देखने आए आए जय सिंह, अनमोल शर्मा ने बताया कि प्रशासन ने इस मेले के लिए गलत जगह का चयन किया है। यह मेला अनाज मंडी में दो शहरों के बीच में है। मेले के दोनों तरफ ही आबादी नहीं है। मेला में आने के लिए जगाधरी व यमुनानगर के लोगों को दो-दो किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। यदि मेला पेपर मिल ग्राउंड में होता तो वहां सड़क से गुजरने वाले लोग भी इसे देखने पहुंचते। दूसरा प्रशासन ने सरस मेले को लेकर प्रचार-प्रसार भी ठीक से नहीं किया। वहीं मेले में स्टॉल लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कहने को सरस मेले में मीडिया सेंटर बना रखा है। लेकिन यह पहले दिन से खाली पड़ा है। इसमें एक अखबार तक नहीं रखा जाता ताकि दुकानदारों को ये पता चलता रहे कि मेले में आए लोग क्या खरीद रहे हैं उन्हें क्या पसंद है। जबकि इससे पहले जहां भी सरस मेला लगता है वहां कई तरह के अखबार रोजाना रखे जाते हैं।

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