324 का रक्तचाप जांचा, 118 का मिला उच्च रक्तचाप

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मुकंद लाल सामान्य अस्पताल के प्रांगण में स्वास्थ्य विभाग की ओर से रा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 May 2017 05:02 PM (IST) Updated:Wed, 17 May 2017 05:02 PM (IST)
324 का रक्तचाप जांचा, 118 का मिला उच्च रक्तचाप
324 का रक्तचाप जांचा, 118 का मिला उच्च रक्तचाप

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मुकंद लाल सामान्य अस्पताल के प्रांगण में स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय उच्च रक्तचाप दिवस बनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन सिविल सर्जन डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के मार्ग दर्शन में किया गया। इस कार्यक्रम के अंर्तगत उच्च रक्तचाप के रोगियों को दवाईयां व उच्च रक्तचाप की जांच मुफ्त में की गई। अस्पताल में उच्च रक्तचाप कैम्प के दौरान 324 लोगों की उच्च रक्तचाप की जांच की गई। 118 उच्च रक्तचाप से संदिग्ध पाए गए।

सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि रक्त चाप बढ़ने से तेज सिर दर्द, थकावट, टांगों में दर्द, उल्टी होने की शिकायत और चिड़चिड़ापन होने के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। यह रोग जीवन शैली और खान पान की आदतों से जुड़ा होने के कारण केवल दवाईयों से ही इस रोग को दूर ही किया जा सकता। जीवन चर्या एवं खान पान मे अपेक्षित बदलाव कर इस रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यदि खून का दबाव लगातार 140/90 एमएम एचजी से ज्यादा नापा जाए तो इसे उच्च रक्तचाप का रोगी माना जाता ह,ै साधारण खून के दबाव का नाप 120/80 एमएम एचजी से कम होता है।

हृदय रोग का मुख्य कारण उच्च रक्तचाप : दहिया

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय दहिया ने बताया कि उच्च रक्तचाप तब होता है जब ह्रदय से निकलने वाले रक्त का प्रवाह धमनियों की दीवारों पर जरूरत से अधिक दबाव डालता है। उच्च रक्तचाप दौरा पड़ने का सबसे बड़ा और ह्रदय रोग का एक मुख्य कारण है। उच्च रक्तचाप के मुख्य कारण मोटापा, तनाव, महिलाओं में हार्मोन परिवर्तन, ज्यादा नमक का उपयोग करना है। इसलिए यह आवश्यक है कि खान पान की आदतों में सुधार, शारीरिक क्रियाओं को अपनी दिनचर्या में शामिल करना एवं भोजन में नमक का प्रयोग बहुत कम कर देना चाहिए। डॉ. कुलजीत ¨सह

ने बताया कि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए शरीर का वजन सामान्य रखें, सक्रिय रहें, धूम्रपान न करें, शराब न पिएं, संतुलित आहार लें जिसमें नमक और वसा कम हो व फल और सब्जियां ज्यादा, अपने रक्तचाप की नियमित रूप से जांच कराएं।

चिकित्सक की सलाह में लें दवाई

फिजिशियन डॉ. अरविंद चहल ने बताया कि उच्च रक्त चाप के कारण हृदय को सामान्य से अधिक काम करना पड़ता है जिससे वह समय के साथ कमजोर पड़ जाता है। रक्तचाप जितना अधिक होगा ह्रदय और दौरे का खतरा उतना ही ज्यादा होगा। इसलिए जिस व्यक्ति का रक्तचाप ज्यादा रहता है, तो उसे डॉक्टर की सलाह से दवाई ले सकते हैं। ये दवाइयां उच्च रक्तचाप का इलाज तो नहीं करती परंतु उसे नियंत्रित रखती हैं। इस अवसर पर डॉ. रीतू दहिया, पूजा डीपीएम, शबोबेष कुमार, कुमारी शिल्पा और अन्य उपस्थित थे।

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