दो बार कैंसर को हराने वाले मोहित कैसे एक पैर के सहारे बन गए बॉडी बिल्डर, पढ़िये- संघर्ष की यह अनूठी स्टोरी

पैर गंवाने के बाद कैंसर तो ठीक हो गया लेकिन बिना एक पैर जिंदगी दुश्वारियों से भर गई। ठीक होने के बाद उन्होंने कृत्रिम पैर लगाना शुरू कर दिया। मोहित ने बताया कि अस्पताल में तनाव मिटाने के लिए उन्होंने यूट्यूब पर बॉडी बिल्डरों के वीडियो देखने शुरू कर दिए।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 03:13 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 03:36 PM (IST)
दो बार कैंसर को हराने वाले मोहित कैसे एक पैर के सहारे बन गए बॉडी बिल्डर, पढ़िये- संघर्ष की यह अनूठी स्टोरी
सोनीपत के दिव्यांग बॉडी बिल्डर मोहित की फाइल फोटो।

सोनीपत [नंदकिशोर भारद्वाज]। 'मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।' सोनीपत के दिव्यांग बॉडी बिल्डर मोहित ने इन लाइनों को बखूबी साबित कर दिखाया है। बोन कैंसर से एक पैर गंवाने के बाद मोहित ने बॉडी बिल्डिंग करना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वे राष्ट्रीय और राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में दर्जनभर मेडल जीत चुके हैं। मोहित अब शरीर सौष्ठव बनाने वाले युवाओं की प्रेरणा बने हुए हैं।

विशाल नगर सोनीपत के निवासी 24 वर्षीय मोहित को वर्ष 2010 में बोन कैंसर हो गया था। दिल्ली के अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके पैर में रॉड डाल दी। उस समय तो कैंसर ठीक हो गया था। पांच साल बाद फिर उसी पैर में कैंसर हो गया और इससे पैर की हड्डी पूरी तरह गल गई। इसके बाद झटका लगकर हड्डी का जोड़ टूट गया। कोई इलाज नहीं होने पर अस्पताल में डाक्टरों ने जांघ में से उनका एक पैर काटना पड़ा।

मोहित की मानें तो पैर गंवाने के बाद कैंसर तो ठीक हो गया, लेकिन बिना एक पैर जिंदगी दुश्वारियों से भर गई। ठीक होने के बाद उन्होंने कृत्रिम पैर लगाना शुरू कर दिया। मोहित ने बताया कि अस्पताल में तनाव मिटाने के लिए उन्होंने यूट्यूब पर बॉडी बिल्डरों के वीडियो देखने शुरू कर दिए। इसके बाद उन्होंने ठाना कि वे भी बॉडी बिल्डर बनेंगे। वर्ष 2016 के अंत में उन्हें जिम करने में बहुत परेशानी हुई, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। कई बार जिम करते हुए उनके पैर के सिरे पर जख्म हो जाते थे, लेकिन उन्होंने जिम बंद नहीं किया। अब रोजाना सुबह-शाम करीब छह घंटे जिम करते हैं। आज उनके वीडियो देखकर कई युवा शरीर सौष्ठव में आ रहे हैं।

यह है खुराक

मोहित ने बताया कि वे तीन साल से मिर्च, मसाले और नमक छोड़कर सिर्फ उबला हुआ पौष्टिक खाना खा रहे हैं। उनकी रोजाना की डाइट में उबला हुआ चिकन, फल, सब्जी, 200 ग्राम बादाम शामिल रहते हैं। दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर बुकिंग क्लर्क के रूप में तैनात उनके पिता महेंद्र और मां सुनीता ने बताया कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है।

उपलब्धियां

10 बार स्टार कैटेगरी में मिस्टर इंडिया 01 बार मिस्टर वर्ल्ड, वर्ष 2018 में 04 बार मिस्टर उत्तर प्रदेश 03 बार मिस्टर हरियाणा 02 बार मिस्टर दिल्ली

"मंजिल उन्ही को मिलती है

जिनके सपनो में जान होती है,

पंख से कुछ नहीं होता

हौसलों से उड़ान होती है।"

सोनीपत के बेटे मोहित का हौसला समाज के लिए प्रेरणादायी है। pic.twitter.com/u7f6ytCkBj— Manohar Lal (@mlkhattar) October 9, 2020

मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया माेहित का वीडियो

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मोहित का एक प्रतियोगिता के दौरान स्टेज पर शरीर सौष्ठव प्रदर्शित करते हुए का वीडियो अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया है। उन्होंने मोहित की प्रशंसा करते हुए उन्हें प्रदेश के युवाओं की प्रेरणा बताया है। इस वीडियो को अब तक 4300 लाइक, 780 बार रिट्वीट किया जा चुका है। 148 लोगों ने इस पर कमेंट किया है। वहीं हरियाणा के सिक्योरिटी व साइबर क्राइम के एसपी पंकज नैन ने भी मोहित के इसी वीडियो को ट्वीट किया है।

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