बारिश के पानी से बढ़ेगा भूमिगत जलस्तर
बारिश का पानी अब व्यर्थ नहीं बहने दिया जाएगा। बारिश के पानी से भूि
जागरण संवाददाता, सिरसा : बारिश का पानी अब व्यर्थ नहीं बहने दिया जाएगा। बारिश के पानी से भूमिगत जलस्तर बढ़ाया जाएगा। इस बारिश की बूंद-बूंद को संरक्षित करने के लिए आइटीआइ संस्थान में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाएंगे। कौशल एवं औद्योगिक विभाग ने राजकीय महिला आइटीआइ व बॉयज आइटीआइ में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम तैयार करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए भवन सड़क निर्माण विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिए हैं।
--- नहीं होगा जलभराव
आइटीआइ में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाया जाएगा। जिसको लेकर छत के पानी व परिसर के पानी का संरक्षण किया जाएगा। इससे बारिश के मौसम में आइटीआइ परिसर में जलभराव हो जाता है। ऐसे में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम से संस्थान की छतों से आने वाले पानी का संरक्षण कर सकते हैं। इसके लिए पानी नाली से एक बड़े होद में जाएगा जिससे भूजलस्तर भी बढ़ेगा।
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नये भवनों का नक्शा भी स्वीकृत नहीं होगा
आइटीआइ संस्थानों में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम होने जरूरी होंगे। नई बनने वाले संस्थानों के भवन का नक्शा स्वीकृत नहीं होगा। इन आदेशों को लागू कर दिया गया है। इसी के तहत अब भवन के नक्शों को लेकर वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाएंगे। उसी के बाद नक्शे को मंजूरी मिलेगी। इसके लिए भी विभागों के अधिकारियों ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
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जब बारिश होती है तो पानी ऐसे ही व्यर्थ हो जाता है। आइटीआइ में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने की योजना बनाई गई है। वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम से बारिश के पानी का संरक्षण किया जाएगा।
- लालचंद रेवाड़िया, राजकीय महिला आइटीआइ, सिरसा।