नीलांवाली में कमरे की छत गिरी, मां समेत एक साल की बेटी की मौत
संवाद सहयोगी, डबवाली (सिरसा) : क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण गांव नीलांवाली में कमरे क
संवाद सहयोगी, डबवाली (सिरसा) : क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण गांव नीलांवाली में कमरे की छत गिरने से मां बेटी की मौत हो गई। इस अन्य घटना में गांव मांगेआना में मकान ढहने से तीन लड़कियां घायल हो गई तथा घर का अधिकतर सामान नष्ट हो गया।
गांव नीलांवाली में कमरे की छत गिरने से मलबे तले दबी मां-बेटी की मौत हो गई। हादसा रविवार अल सुबह करीब पौने चार बजे हुआ। मृतक किरणदीप कौर (28) तथा तरुणप्रीत कौर (1) पंजाब के जिला मोगा के गांव ¨भडरा कलां के रहने वाले थे। किरणदीप अपने पति सर्वजीत ¨सह (30) के साथ नरमा चुगाई के लिए आई थी। वे किसान बलवंत ¨सह के खेत में बने कमरे में ठहरे हुए थे। हादसे में सर्वजीत को भी चोट आई है। जिसे घायल अवस्था में उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। सदर थाना पुलिस ने सर्वजीत के ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। डबवाली के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिए।
इधर बारिश की वजह से गांव मांगेआना में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के चौकीदार सुखदेव ¨सह का घर खंडहर में तबदील हो गया। मलबे तले दबने से उसकी बेटी आकाशदीप, राजेंद्र कौर तथा भतीजी सोनू के चोटें आई। घायल सर्वजीत के अनुसार रात को उसकी पत्नी तथा बेटी चारपाई पर सो गए थे। बारिश में छत टपक रही थी, इसलिए वह दोनों की देखभाल कर रहा था। सुबह करीब अढाई बजे तक जाग रहा था। बारिश बंद होने के बाद वह चारपाई पर लेट गया। उसकी आंख लग गई। करीब पौने चार बजे डाट पर खड़ी छत गिर गई। उसकी पत्नी, बेटी मलबे तले दब गए। मलबे से उसका मुंह बाहर था। उसने खेत में बने दूसरे कमरे में सो रहे फूफा वीर ¨सह को आवाज लगाई। आवाज सुनाई न देने के कारण वह मौका पर नहीं आया। जैसे-तैसे वह मलबे से बाहर निकला। दीवार फांदने के बाद वीर ¨सह को जगाया। इसकी सूचना निकट स्थित ढाणी मालिक अवतार ¨सह को दी। सूचना पाकर खेत मालिक बलवंत ¨सह, उसका बेटा रुबी मौका पर पहुंचे। मलबे से मां-बेटी को बाहर निकाला गया। दोनों की मौत हो चुकी थीं। पांच दिन पहले पहुंचे थे नीलांवाली
सर्वजीत ¨सह के अनुसार वह 18 सितंबर को अपनी पत्नी तथा बेटी के साथ नरमा चुगाई के लिए गांव नीलांवाली आया था। उनके दल में कुल 17 लोग शामिल थे। जिसमें से 13 लोग किसान बलवंत ¨सह के घर पर रहते थे। जबकि रिश्तेदारी में उसकी बुआ परमजीत कौर तथा फूफा वीर ¨सह उनके साथ खेत में बने कमरे में रहते थे। उस कमरे में नरमा ज्यादा होने की वजह से वह अपनी पत्नी, बेटी के साथ सोने के लिए खेत में ही बने दूसरे कमरे में चला गया था। बेटी-पत्नी के शव को देखकर अपनी चोट भूला सर्वजीत
मलबे से मां-बेटी का शव निकालने के बाद सर्वजीत वापस अपने गांव लौट रहा था। दोनों के शव देखने के बाद वह सिर पर लगी गंभीर चोट भूल गया था। नीलांवाली से ¨भडरा कलां की ओर रवाना होने के कुछ देर बाद ग्रामीणों ने बिना पोस्टमार्टम शव ले जाने से रोक लिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। वहां चिकित्सक ने उसका उपचार किया। गांव मांगेआना में गिरा मकान, तीन घायल
गांव मांगेआना निवासी सुखदेव ¨सह ने बताया कि रात को वह स्कूल में डयूटी दे रहा था। घर पर उसकी पत्नी सुखदीप कौर, मां अंग्रेज कौर, तीन बेटियां आकाशदीप, राजेंद्र, रुपी, मां अंग्रेज कौर, भाभी मनदीप कौर तथा भतीजी सोनू अकेली थी। बरसात की वजह से एक कमरे की छत गिर गई। खतरा भांपकर परिवार कमरों से बाहर निकलने लगा तो शेष बचे तीन कमरों की छत नीचे गिर गई। मलबे तले आने से आकाशदीप, राजेंद्र तथा सोनू के चोटें आई। पड़ोसियों ने आकर मलबे से नीचे फंसे परिवार को निकाला। जबकि बर्तन, चारपाई तथा सारा सामान छत गिरने से टूट गया। छत डाट पर थी। उसका करीब पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
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बारिश की वजह से छत गिरने से मां-बेटी की मौत हुई है। दफा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की गई है। पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। मृतका किरणदीप का पति सर्वजीत ¨सह उसी कमरे में सो रहा था। उसके सिर पर चोट आई है। जबकि मांगेआना में पूरा घर ही नीचे गिर गया। तीन लड़कियों को चोट आई है। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें एक्स-रे के लिए सिरसा रेफर किया गया है।
-किशोरी लाल, डीएसपी, डबवाली