ग्रामीण आंचल में बेसहारा गोवंश का आश्रयस्थल बनी भरोखां गोशाला

गांव भरोखां में स्थित श्री सनातन धर्म कृष्ण गोशाला क्षेत्र के बेसहारा गोवंश्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Sep 2020 11:05 AM (IST) Updated:Fri, 04 Sep 2020 11:05 AM (IST)
ग्रामीण आंचल में बेसहारा गोवंश का आश्रयस्थल बनी भरोखां गोशाला
ग्रामीण आंचल में बेसहारा गोवंश का आश्रयस्थल बनी भरोखां गोशाला

संवाद सूत्र, पनिहारी : गांव भरोखां में स्थित श्री सनातन धर्म कृष्ण गोशाला क्षेत्र के बेसहारा गोवंश के लिए आश्रय स्थल बना हुआ है। पंजाब के मोगा जिले के गांव बंधनी कलां के संत महेश मुनि बोरे वाले ने इस गोशाला का निर्माण करवाया। करीब 11 एकड़ में फैली इस गोशाला में 325 के करीब गाय है। तीन एकड़ में गोशाला परिसर है जबकि आठ एकड़ में गोवंश के लिए हरा चारा उगाया गया है। गांव की 11 सदस्यीय कमेटी गोशाला का संचालन करती है। गोवंश की देखभाल के लिए ग्रामीण भी खूब मदद कर रहे हैं।

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भरोखां गोशाला के प्रधान हरदयाल नंबरदार ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से ही गोवंश की सेवा कर रहे हैं। बीते वर्ष गोशाला में सौर ऊर्जा चलित दो किलोवाट का प्लाट लगाया गया है। जीव जंतु कल्याण बोर्ड के द्वारा गोशाला को एक ट्रैक्टर उपलब्ध करवाया गया है। गोशाला निर्माण के बाद क्षेत्र की अधिकतर बेसहारा गायों को यहां आश्रय मिला है, जिससे किसानों की फसल भी खराब होने से बच जाती है। उन्होंने बताया कि महेश मुनि बोरे वाले ने भरोखां के अलावा जिले के गांवों फरवाई कलां, नाथूसरी चौपटा, जमाल, डिगमंडी, रानियां में भी गोशालाओं का निर्माण करवाया है। वे समय-समय पर इन गोशालाओं का निरीक्षण करने आते हैं। गायों के लिए गुड़ व अन्य सामान उपलब्ध करवाते हैं। इस मौके पर गोशाला के पदाधिकारियों देसराज, इकबाल चंद, हरदयाल सिंह, कृष्ण भांभू, चौ. जयचंद, रामचंद, प्यारेलाल, महावीर आर्य, सुरेंद्र जाखड़, मांगेराम रोज ने बताया कि संत महेश मुनि द्वारा बनाई गई गोशाला में ग्रामीण गोसेवा करने आते हैं साथ ही कृष्ण मंदिर में पूजा पाठ व भजन संकीर्तन करते हैं।

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