छात्र अरनव नहीं कर पाए पीएम से सवाल, इसरो चीफ से विषम परिस्थितियों में पॉजिटिव रहने की सीख मिली

केएस मोबिन रोहतक चंद्रयान-2 मिशन के लाइव प्रसारण को देखने के लिए इसरो (इंडियन स्पेस रिस

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Sep 2019 08:38 PM (IST) Updated:Tue, 10 Sep 2019 06:38 AM (IST)
छात्र अरनव नहीं कर पाए पीएम से सवाल, इसरो चीफ से विषम परिस्थितियों में पॉजिटिव रहने की सीख मिली
छात्र अरनव नहीं कर पाए पीएम से सवाल, इसरो चीफ से विषम परिस्थितियों में पॉजिटिव रहने की सीख मिली

केएस मोबिन, रोहतक :

चंद्रयान-2 मिशन के लाइव प्रसारण को देखने के लिए इसरो (इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन) केंद्र गए छात्र अरनव का प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत का सपना पूरा नहीं हो। आखिरी पलों में संपर्क टूट जाने पर छात्र पीएम से जल संकट पर सवाल नहीं कर पाए। जिसका छात्र को मलाल है हालांकि इसरो चीफ से मिलकर वह खुश हैं। शहर के स्कोलर्स रोजरी स्कूल में कक्षा आठ के छात्र अरनव सैनी ने इसरो केंद्र से जुड़ी यादें साझा की।

छात्र ने बताया कि रात 8.45 पर हमें गेस्ट हाउस से इसरो केंद्र ले जाने के लिए बस आई। गेस्ट हाउस से इसरो केंद्र की दूरी 40 किलोमीटर है। करीब डेढ़ घंटा वहां पहुंचने में लगा। रास्ते भर विज्ञान से जुड़ी चर्चा होती रही। करीब दस बजे इसरो सेंटर पहुंचे। यहां टू-लेयर सिक्योरिटी के बाद हमारा प्रवेश कराया गया। हमें स्पेशल गेस्ट लाइन में बैठाया गया था। यह आइएसटीआरएसी (इसरो टेलीमेंटरी, ट्रेकिग एंड कमांड नेटवर्क) से साथ लगता हॉल है। यहां से एक बड़ी सी स्क्रीन पर चंद्रयान-2 का लाइव प्रसारण देखा जा रहा था। पीएम, वैज्ञानिक भी इसी स्क्रीन पर प्रसारण को देख रहे थे। गेस्ट लाइन तक आते-आते हम मिशन कंट्रोल रूम, मिशन एनालाइजर रूम से गुजरे। मिशन कंट्रोल रूम से पूरे मिशन को कंट्रोल किया जाता है। वहीं मिशन एनालाइजर रूम से वैज्ञानिक ऑरबिटर से मिले डेटा व पैरामीटर को जुटाते हैं। डेटा का विश्लेषण करके अंतिम निष्कर्ष निकाला जाता है। छात्र ने बताया कि गेस्ट हाउस में दो बार कांफ्रेंस हुई। जिसमें हमें इसरो से संबंधित जानकारी दी। कांफ्रेंस में ही हमें इसरो टी-शर्ट व इसरो कैप दी गई। संपर्क टूटने पर सब मायूस हो गए

छात्र ने बताया कि विक्रम की लैंडिग देखने को सभी उत्साहित थे। रात 1.52 पर एकाएक सब शांत हो गया। पता चला कि विक्रम के लैंड होने से पहले ही संपर्क टूट गया है। सभी मायूस हो गए। हमने देखा कि वैज्ञानिक रो रहे हैं। इसरो चीफ सिवन बहुत भावुक हो गए थे। इसरो चीफ बोले जल्द चांद पर उतरेंगे

मिशन के पूरी तरह से सफल नहीं होने पर भी इसरो चीफ के सिवन की पूरे देश में तारीफ हो रही है। छात्र अरनव ने बताया कि के सिवन ने उन्हें हमेशा पॉजिटिव रहने की सीख दी। भावुक होने के बावजूद वह हमसे बोले की जल्द ही चांद पर उतर जाएंगे। छात्र ने इसरो चीफ का ऑटोग्राफ भी लिया। छात्र का कहना है वह ज्यादा मेहनत कर एस्ट्रो फिजिसिस्ट बनने के सपने को पूरा करेंगे।

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