वकीलों की गाड़ी नहीं उठाएगी क्रेन, आइडी कार्ड दिखाते ही छोड़नी होगी

वकीलों की गाड़ी उठाने के मामले को लेकर कब्जे में ली गई क्रेन को आखिरकार समझौते होने पर 6 दिन बाद छोड़ दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 07:40 AM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 07:40 AM (IST)
वकीलों की गाड़ी नहीं उठाएगी क्रेन, आइडी कार्ड दिखाते ही छोड़नी होगी
वकीलों की गाड़ी नहीं उठाएगी क्रेन, आइडी कार्ड दिखाते ही छोड़नी होगी

जागरण संवाददाता, रोहतक : वकीलों की गाड़ी उठाने के मामले को लेकर कब्जे में ली गई क्रेन को आखिरकार समझौते होने पर 6 दिन बाद छोड़ दिया गया। ठेकेदार को बार परिसर में बुलाया गया, जिसने लिखित में दिया कि भविष्य में वह वकीलों की गाड़ी नहीं उठाएगा। इसके अलावा जिन वकीलों की गाड़ियों की अब तक पर्ची काटी जा चुकी है उनके रुपये वापस करने के लिए 11 हजार की धनराशि भी जमा कराई।

दरअसल, नगर निगम की तरफ से शहर में गाड़ियों को उठाने के लिए ठेका दिया गया है। ठेकेदार की क्रेन ने कई बार वकीलों की गाड़ियों को उठा लिया था, जिसे लेकर काफी विरोध हुआ था। 21 अक्टूबर को भी वकील की गाड़ी उठाने पर मामला बढ़ गया था, जिसके बाद 22 अक्टूबर को वकीलों और ठेकेदार के बीच हाथापाई भी हो गई थी। तभी से वकीलों ने ठेकेदार की क्रेन कब्जा रखी थी। प्रधान पद के प्रत्याशी उमेश भारद्वाज ने बताया कि मंगलवार को ठेकेदार लखपत व उसके अन्य साथी बार में पहुंचे। जिन्होंने अपनी गलती को स्वीकार किया। लिखित में दिया कि अब वह शहर के किसी भी स्थान से वकीलों की गाड़ियां उठाएंगे। अगर स्टीकर नहीं होने के कारण गलती से उठा ली गई है तो आइडी कार्ड दिखाने पर तुरंत बिना पर्ची काटे गाड़ी वापस दी जाएगी। वकीलों के साथ कोई अभद्रता भी नहीं होगी। ठेकेदार की तरफ से 11 हजार रुपये भी जमा कराए गए। जो महासचिव पुनीत पूनिया के पास जमा किए गए हैं। अब से पहले जिस वकील की गाड़ी उठाकर उसकी पर्ची काटी गई तो वह पर्ची दिखाकर रुपये वापस ले सकता है। इन शर्तो के बाद वकीलों ने क्रेन को छोड़ दिया।

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