बच्चों के दाखिले न होने से अभिभावकों में रोष, परिवेदना समिति में उठाएंगे समस्या

जागरण संवाददाता रोहतक नियम-134ए के तहत बच्चों के दाखिले न होने से अभिभावकों में रोष बना

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jul 2019 07:34 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jul 2019 07:34 PM (IST)
बच्चों के दाखिले न होने से अभिभावकों में रोष, परिवेदना समिति में उठाएंगे समस्या
बच्चों के दाखिले न होने से अभिभावकों में रोष, परिवेदना समिति में उठाएंगे समस्या

जागरण संवाददाता, रोहतक : नियम-134ए के तहत बच्चों के दाखिले न होने से अभिभावकों में रोष बना हुआ है। अभिभावक इस मामले को लेकर अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। ऐसे में अभिभावक अब इस समस्या को चार जुलाई को होने वाली जिला परिवेदना समिति की बैठक में उठाएंगे। हालांकि अभिभावक मंगलवार को इस मुद्दे पर जिला उपायुक्त से मिलना चाहते थे, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। इसके चलते उन्होंने अब दो दिन बाद परिवेदना समिति की बैठक में यह मुद्दा उठाने का निर्णय लिया है। परिवेदना समिति की बैठक चार जुलाई को जिला विकास भवन में होगी, जिसमें मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे।

अभिभावकों का कहना है कि नियम-134ए के तहत बच्चों का दाखिला कराने के लिए तीन महीने से चक्कर लगा रहे हैं। कभी शिक्षा विभाग के तो कभी निजी स्कूल संचालकों के पास पहुंच रहे हैं। शिक्षा विभाग की ओर से जारी सूची में नाम होने के बावजूद भी दाखिले के लिए भटकना पड़ रहा है। निजी स्कूलों में जाने पर जवाब मिलता है कि अभी तक सूची उनके पास नहीं पहुंची है। जबकि विभाग का कहना है कि सूची निजी स्कूलों को भेजी हुई है। ऐसे में अभिभावक दोनों के बीच में उलझे हुए हैं।

जानकारों की मानें तो नियम-134ए के तहत मनचाहे स्कूलों में बच्चों के दाखिले न होने पर अनेक अभिभावक इसके लाभ से ही वंचित रह गए हैं और उन्होंने मायूस होकर अपने बच्चों के दाखिले अन्य स्कूलों में ही करा लिए हैं, जबकि अनेक अभिभावक अब भी तीसरी सूची जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। अभिभावकों का आरोप है कि नियम-134ए के बच्चों के दाखिले को लेकर अभिभावकों को अधिक परेशान होना पड़ रहा है। विभाग को इसका लाभ उठाने के लिए सरल प्रक्रिया बनाई जानी चाहिए। उधर, कुछ अभिभावकों ने दाखिला न मिलने पर कोर्ट की शरण लेने का भी मन बनाया हुआ है। ------------------------

नियम-134ए के तहत विद्याíथयों के दाखिले मनचाहे निजी स्कूलों में नहीं हो रहे हैं। जिससे अभिभावकों की परेशानियां बढ़ती जा रही है। स्थानीय अधिकारियों से मिलने पर भी समाधान नहीं हुआ है। अब इस समस्या को जिला परिवेदना समिति की बैठक में मंत्री के सामने उठाएंगे।

- यशवंत सिंह, प्रधान, अभिभावक संघ।

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