मरीज को एंडोस्कोपी के लिए बाहर भेजने की जांच शुरू
जागरण संवाददाता, रोहतक : पीजीआइएमएस के मेडिसन के वार्ड-10 में एंडोस्कोपी व रक्त जांच बाहर से करान
जागरण संवाददाता, रोहतक :
पीजीआइएमएस के मेडिसन के वार्ड-10 में एंडोस्कोपी व रक्त जांच बाहर से कराने का मामले में प्रशासन ने भी विभागीय जांच खोल दी है । मामले की जांच फोरेंसिक विभागाध्यक्ष डॉ. एसके धतरवाल को सौंपी गई है। उन्होंने ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं पीड़ित पक्ष पहले ही अदालत में शिकायत कर चुका है।
अदालत ने डायरेक्टर कार्यालय को समन जारी कर रिकॉर्ड तलब कर रखा है । इसके लिए डायरेक्टर विभाग को 17 अक्टूबर को रिकॉर्ड लेकर अदालत में पेश होना । वहीं सूत्रों से मुताबिक जांच अधिकारी को बदलने के प्रयास किए जा रहे है।
गांव पाकस्मा निवासी श्रवण कुमार ने बताया कि एक जुलाई को उसके पिता सतवीर को पीजीआइएमएस में मेडिसिन के वार्ड-10 में दाखिल कराया था।
सतवीर ¨सह को हेपेटाइटिस-सी का उपचार होना था। सतवीर की जांच करने वाले डॉक्टर ने एंडोस्कोपी और आरएनए कराने को कहा। साथ ही कहा कि ये दोनों जांच बाहर से होगी। डॉक्टर ने बाकायदा उन्हें एक स्लीप दी कि किस लैब पर जांच करानी है। उनसे यह भी लिखने का कहा कि वह अपनी मर्जी से बाहर से जांच कराना चाहता है।
वहीं वार्ड में मरीजों के सैंपल लेने के लिए निजी लैब के कर्मचारी आते हैं। जिसकी रिपोर्ट पीजीआइ में ही मरीजों को मिलती है। आरोप है कि मरीजों पर बाहर से जांच कराने के लिए दबाव बनाया जाता है। हेपेटाइटिस की जांच पीजीआइएमएस में नहीं होती यह कहकर मरीजों को गुमराह किया जाता है। श्रवण ने इसकी शिकायत सीएम ¨वडो और डायरेक्टर आफिस में भी की थी। सोमवार को पीजीआइएमएस प्रशासन ने मामले की विभागीय जांच खोल दी है।